कर्नाटक के जाने-माने तर्कवादी और शोधकर्ता एमएम कलबुर्गी की हत्या के मामले की जांच एसआईटी से कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है.दरअसल कलबुर्गी की पत्नी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष न्यायालय ने इस मर्डर केस की जांच अदालत की निगरानी में कराए जाने को लेकर केंद्र से जवाब तलब किया है.मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र की अध्यक्षता वाली बेंच ने केंद्र और दूसरी जांच एजेंसियों को नोटिस जारी किया है. उन्होंने दो हफ्तों में जवाब मांगा है. बता दें कि अगस्त 2015 में कलबुर्गी (77) को सिर से सटाकर गोली मारी गई थी. कल्याण नगर के उनके घर पर किसी के खटखटाने के बाद उन्होंने दरवाजा खोला था. उनकी हत्या करने वाले अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. सामाजिक मुद्दों और धार्मिक विषयों पर अपने स्वतंत्र विचारों के लिए कलबुर्गी विवादों में रहे थे। इसके बाद हुबली धरवाड़ पुलिस ने एक असिस्टेंट कमिश्नर के साथ पांच इंस्पेक्टर की टीम को इस केस की जांच की जिम्मेदारी दी. क्रिमिनिल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) भी इस मामले की जांच कर रही है. हालांकि, बाद में यह पाया गया कि इस केस का रिश्ता दाभोलकर और पंसारे की हत्या से है.
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