शाहजहांपुर, प्रशासन व पुलिस पर लोगों की सुनवाई न करने के आरोप अक्सर लगते रहे हैं। छोटी-छोटी समस्या के लिए महीनों दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। बुजुर्ग गीता शुक्ला के साथ भी ऐसा ही हुआ। पति की मौत के बाद उनके मकान पर गांव के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया। रिश्तेदारों के घर आश्रय लिया, लेकिन अपना घर वापस पाने की आस नहीं छोड़ी। थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक। ब्लाक से लेकर कलेक्ट्रेट तक अधिकारियों के चक्कर लगाती रहीं। इस बीच कई आश्वासन मिले। कोर्ट में भी मुकदमा चला। रिश्तेदारों की मदद से पैरवी की, लेकिन कानूनी लड़ाई जीतने के बाद भी कब्जा न मिल सका। लोगों ने समझाया कि जिद छोड़ दो, पर वह नहीं मानीं। डीएम इंद्र विक्रम सिंह व एसपी एस आनंद को अपनी फरियाद सुनाई तो दोनों हैरान रह गए। बुजुर्ग महिला को इतने दिन बाद भी अपने ही घर मे कब्जा न मिल पाने को लेकर कांट पुलिस को फटकार लगाई। कोर्ट के आदेश के आधार पर तत्काल कब्जा दिलाने के निर्देश दिए। जिसके बाद कांट प्रभारी निरीक्षक कुंवर बहादुर सिंह फोर्स लेकर गीता के गांव रमापुर पश्चिमी पहुंचे। उनके घर पर काबिज बबलू, शिब्लू, सूरज को सामान सहित घर से बाहर कर दिया। हालांकि विरोध हुआ, पर इस बार पुलिस सख्ती से पेश आई। काबिज लोगो को दोबारा घर में आने पर जेल भेजने की चेतावनी दी। बीस साल बाद गीता अपने घर के अंदर पहुंचीं तो भावुक हो गईं। पुलिस को खूब दुआएं दीं।
Janpad Shahjahanpur se jitendra Kumar Kashyap ki report