शाहजहांपुर जहां एक और केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सतर्क है।वही शादी बरातों में भी लिमिटेड बाराती की परमिशन दी जा रही है ,ताकि कोरोना पुनः अपने पैर ना पसार पाए तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग है। कि जिसने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रखी हैं अभी हाल ही में दो चार बार बंडा से शाहजहांपुर की यात्रा करनी पड़ी जिसमें निरंतर बसों के अंदर बेहताशा भीड़ का सामना करना पड़ा यात्री एक दूसरे से सटे हुए खड़े पाए गए। जिनमें अधिकांश मास्क भी नहीं लगाए हुए थे ऐसी परिस्थिति को देखकर जब बस कंडक्टर से सरकार की गाइडलाइन पालन ना करने का कारण पूछा तो शाहजहांपुर परिवहन के बस कंडक्टर ने नाम और फोटो ना छापने की शर्त पर बताया कि विभाग द्वारा अधिक से अधिक रेवेन्यू जनरेट करने के आदेश दिए गए हैं। जिसके चलते वह मजबूर हैं सोचने वाली बात यह है कि जहां सरकार एक ओर सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बेहद सख्त रुख अपना रही है। सड़कों पर अकेले मोटरसाइकिल चालकों पर मास्क ना लगाने के कारण अथवा दुकानों पर बिना मास्क पाए जाने पर जुर्माना लगाया जा रहा है। तो क्या रोडवेज जैसा विभाग इससे अछूता क्यों है क्या इनको विशेष राहत प्रदान की गई है या इन में खचाखच बैठने वाले यात्रियों को कोरोना का भय नहीं है। सरकार इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकती है। यह बेहद सोचनीय विषय है। बाइक पर जाते समय मास्क ना लगाने पर ₹2000 का जुर्माना भरना पड़ता है। लेकिन रोडवेज बसों में मास्क ना लगाने पर कोई भी अधिकारी देखने को तैयार नहीं।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






