फोटो, सुनारा बुजुर्ग गांव में भंडारे के साथ कथा का समापन हुआ।
पुवायां, शाहजहांपुर सुनारा बुजुर्ग गांव में श्रीमद्भागवत कथा के समापन के बाद भंडारे के आयोजन किया गया। भंडारे में भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया।
सुनारा बुजुर्ग गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन रजनीश व्यास जी ने श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई। व्यास जी ने बताया कि श्रीकृष्ण सुदामा के परम मित्र थे। जो इस समाज के लिए दोस्ती की मिशाल तैयार की है। बचपन मे श्रीकृष्ण सुदामा ने गुरु संदीपन से शिक्षा ग्रहण की। शिक्षा पूरी होने के बाद श्रीकृष्ण द्वारिका के राजा बने। व सुदामा निर्धन परिवार से थे। परेशानी में सुदामा ने बचपन के मित्र सुदामा को याद किया।श्रीकृष्ण ने मित्र सुदामा को सुदामापुरी का राजा बना दिया। आज के समाज मे श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता यादगार हो गई है। कथा समापन होने के बाद भक्तों ने गांव में भंडारे का आयोजन किया। जिसमे कन्याभोज कराकर बाद में भक्तों को प्रसाद वितरित किया। कमेटी में निर्दोष, जयदेश, अवधेश, मोती सिंह, मोतीलाल, रामकरन, नीरज वर्मा, पवन वर्मा आदि कार्यकर्ताओं का सहयोग रहा।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






