डीआई की जांच में इस सीमावर्ती कस्बे
नशीली दवाएं बिक ही नही रही थी
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती रुपईडीहा कस्बे में भारी मात्रा में नशीली दवाओं बिक्री होने की सूचना पर नारकोटिक्स विभाग लखनऊ व एसएसबी की संयुक्त टीमों ने रुपईडीहा कस्बे में दो दिन पूर्व 6 मेडिकल स्टोरों पर छापा मारा था। इस छापे में भारी मात्रा में नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाइयां व लाखों रुपये नगदी बरामद हुई है। एनसीबी लखनऊ द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में इसका खुलासा किया गया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि रुपईडीहा गुप्तचर एजेंसियों व हमारी टीम की सूचनाओं व शिकायतों के आधार पर रुपईडीहा में छापेमारी की गई थी। रात दिन इन दवाइयों की गिनती में लग गए। रुपईडीहा कस्बे के कोमल मेडिकल स्टोर, संदीप मेडिकल स्टोर, सिद्दीकी मेडिकल स्टोर, श्री बालाजी मेडिकल स्टोर, अनुराग मेडिकल स्टोर व एक अन्य मेडिकल स्टोर जिस पर कुछ नहीं लिखा था। मेडिकल स्टोरों व इनके संचालकों द्वारा बताए गए गोदामों से भारी मात्रा में यह नशीली दवाईयां बरामद की गई हैं। कई दवाईयों के विधिक प्रपत्र नही मिले। न चिकित्सको द्वारा लिखे गए पर्चे ही मिले। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर इनका दुरुपयोग होने की भी सूचनाएं प्राप्त हुई थी। इस छापे में सहायक आयुक्त देवी पाटन मंडल गोंडा गणेश शंकर श्रीवास्तव, श्रावस्ती की डीआई प्रीति सिंह, बहराइच के डीआई राजू प्रसाद व सहायक निरीक्षक एसएसबी 42वी वाहिनी रुपईडीहा बीओपी सुमित भारद्वाज अपने सहयोगियों एस एस बी के ए एस आई विकास गुरुंग, मुख्य आरक्षी मनिंदर शर्मा, मुख्य आरक्षी शिशुपाल सिंह,का0साहिब हुसैन,का0आनन्द कुमार, महिला कांस्टेबल शारदा हरितवाल,सीमा यादव
सहित नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो लखनऊ के अधिकारियों ने कस्बे में फैले इस नशीली दवाओं का मकड़ जाल और समाज विरोधी कुकृत्य के विरुद्ध भारी सफलता अर्जित की। यह भी सूचना मिली थी कि ये लोग इन दवाओं की तस्करी नेपाल में करवाते हैं। नेपाल के अधिकारियों ने भी इसपर चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय अधिकारियों से इसे रोकने की अपील भी की थी। कुछ नशीली दवा विक्रेता शटर गिरा कर भाग खड़े हुए। कुछ को सूचना मिली तो उन्होंने अपनी दुकानों से ऐसी दवाईयां ही हटा दी।
*बरामद की गई दवाइयां व धनराशि।*
एनसीबी द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार 4 हजार 2 सौ 37 अल्प्राजोलम, 26 सौ 65 नाईट्रोजेपोम, 5 हजार 5 सौ 30 ट्रामडोल, 55 इंजेक्शन डाईजेपोम व पेंटाजोशीन सहित 4 हजार 4 सौ 71 शीशी कोडीन बेस्ड कफ सीरप बरामद की गई। यही नही 1 लाख 75 हजार 4 सौ नेपाली मुद्रा व 59 हजार की भारतीय मुद्रा भी बरामद हुई है। पकड़े गए लोगो मे गोविंद कुमार वर्मा पुत्र राज कुमार वर्मा, इश्तियाक अहमद पुत्र इसरार अहमद निवासी चिकवन मोहल्ला रुपईडीहा, शिव किशोर विश्वकर्मा पुत्र राम नारायण विश्वकर्मा निवासी सिपहिया पिवली महराजगंज थाना हरदी जिला बहराइच, राधेश्याम वर्मा पुत्र काली प्रसाद वर्मा निवासी सहाबा गांव थाना रुपईडीहा, अनिल कुमार मिश्रा पुत्र चन्द्र भूषण मिश्रा निवासी बघमरवा थाना रुपईडीहा, व मोहम्मद गालिब पुत्र अजीज अहमद निवासी सहाबा के नाम अस्पष्ट है।
इस से पहले रुपईडीहा कस्बे में मेडिकल स्टोरों पर जांच के लिए बहराइच के ड्रग इंस्पेक्टर राजू प्रसाद कई बार आते जाते रहे। और जांच भी करते रहे। रुपईडीहा में अखबार वालो को बताते रहे कि मेडिकल स्टोरों पर कोई आपत्ति जनक दवाईयां नही मिली। वे ऐसी दुकानों की भी जांच करते भी देखे गए जो नशीली दवाएं बेचते ही नही हैं। ऐसी दुकानों पर वे साफ सफाई की हिदायतें देते रहे व पर्चे देखते रहे। यही नही उनके आने के पूर्व ही कुछ दुकानों के शटर गिर जाया करते थे। जो हमेशा होता रहा है। इतना ही नहीं इन नशीली दवाओं की भारी मात्रा में रुपईडीहा में बेचें जाने के कारण नेपालगंज जिला बांके के अधिकारी भी अजित हो चुके थे। क्यों कि प्रतिदिन नेपालगंज क्षेत्र में यह नशीली दवाओं पकड़ी जा रही थी। सूत्रों ने यह भी बताया है कि नशीली दवाएं बेचने वाले प्रति वर्ष 10 से 12 बीघे जमीन खरीद रहे थे। गांव में कहावत है कि जो लोग येसे कार्य करते हैं उनकी दिन दूना रात चौगुना हो जाती है ।
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