रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती रूपईडीहा कस्बा सहित पूरे थाना क्षेत्र में होली रंगों का त्योहार शुक्रवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रूपईडीहा थाना क्षेत्र में भद्रा की समाप्ति के बाद मध्य रात्रि करीब एक बजे होलिका दहन का कार्यक्रम रुपईडीहा कस्बे में जामा मस्जिद के ठीक सामने परम्परागत रूप से होलिका दहन किया गया। इसके साथ ही क्षेत्र के रंजीतबोझा,माधौपुर निदौना, शिवपुर मोहनिया, सहाबा गांव, पचपकरी, करीम गांव, पोखरा गांव,निबिया, सहजना, आदि ग्राम पंचायतों में होलिका दहन पंरपरागत रुप से संपन्न हुआ। जहां लोगों ने पूरे विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की और बाद में गुलाल लगा कर एक दूसरे को होली की बधाई प्रेषित की। इस बीच डीजे की थाप पर लोग झूमते-नाचते नजर आये। शुक्रवार की सुबह से केसरिया रंग और गुलाल की बारिश हर गली मोहल्ले में होली होती दिखायी दी। लोगों ने गिले शिकवे भुलाकर गले लग कर रंग और गुलाल जम कर उड़ाया, तथा मीठी गुझियों से मुंह मीठा कराया। गौरतलब है कि पिछले दो सालों में यह पहला मौका है जब होली का त्योहार कोरोना संक्रमण के कारण लगी पाबंदियों के हटने के बाद मनाया जा रहा है। रूपईडीहा कस्बे में रेलवे माल गोदाम रोड पर स्थित जामा मस्जिद के ठीक सामने होलिका दहन होता है। यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। ऐसा गंगा जमुनी तहजीब बहुत कम ही देखने को मिलता है। प्रति वर्ष के भांति इस बार भी जामा मस्जिद रुपईडीहा के सामने होलिका दहन किया गया। इस अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाई दी। जामा मस्जिद के ठीक सामने जहां होलिका दहन होता है। इस संबंध में रुपईडीहा कस्बे के बुजुर्ग बताते हैं कि यह क्षेत्र पहले कटहरी बाग के नाम से मशहूर था। यहां गंगा जमुनी तहजीब के साथ इस जामा मस्जिद के सामने होलिका दहन होता है। इस प्रकार की होलिका दहन पूरे प्रदेश में भी देखने को नहीं मिला।
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