बहराइच 09 जुलाई। अल्पसंख्यक कार्यमंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री विकास योजना के अन्तर्गत विश्वकर्मा ग्रामों के चयन के सम्बन्ध में शुक्रवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने निर्देश दिया कि शासन की मंशानुसार ग्रामों के चयन की कार्यवाई समय से सुनिश्चित करायें।
बैठक के दौरान जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने बताया कि सीखो और कमाओ, उस्ताद,हमारी धरोहर, नई रोशनी एवं नई मंजिल योजनाओं का एकीकरण कर अल्पसंख्यक समुदाय के पारम्परिक कारीगर/शिल्पकारों के विकास के उद्देश्य से प्रधानमंत्री विकास योजना शुरू की गई है। इस योजना में विशेषरूप से अल्पसंख्यक समुदाय के कारीगर परिवारों,महिलाओं,युवाओं और सक्षम लोगों के विकास पर बल दिया गया है। योजना के तहत गांवों की आवश्यकता की पहचान कर गांवों के विकास के लिए विश्वकर्मा योजना शुरू की गई है। योजना तहत गांवों का सर्वेक्षण कर परियोजनाओं की पहचान कर उसका कार्यान्वयन कराना है। गांवों में आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को प्रदान करना है। योजना के तहत हब एंड स्पोक मॉडल की तर्ज पर आर्ट एंड क्राफ्ट गांवों का विकास किया जाना है।
इसके अलावा बैठक में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, वर्किंग महिला छात्रावास, बालिकाओं के लिए छात्रावास युक्त स्कूल, बालिका कालेज, बालिकाओं हेतु पालीटेक्निक, आई.टी.आई., बालिका छात्रावास, प्रसूति कक्ष एवं महिला केंद्रित परियोजनाओं की स्थापना हेतु प्रस्ताव पर चर्चा कर प्रस्ताव यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए पी.एन. यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. चन्द्रपाल, जिला पंचायज राज अधिकारी उमाकान्त पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एम.के. सचान व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।
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