रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। रुपईडीहा से पटना कलोनी होते मिहींपुरवा जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। इस नहर मार्ग से रुपईडीहा,दौलतपुर,सहाबा,करीमगांव,साईगांव,परमपुर, महमदी, रंजीतबोझा, बक्सीगांव, शिवपुर मोहनिया, निधि नगर पोखरा, आदि ग्रामीण इलाकों के लोग रायबोझा, मिहींपुरवा की बाज़ारो व उधर के लोग इसी मार्ग से रुपईडीहा, बाबागंज, नेपालगंज साईकिलों,मोटरसाइकिल,चार पहिया वाहनों आदि वाहनों से यात्रा कर आवश्यक कार्य निबटाते के लिए आते जाते रहते हैं। मगर अब यह सड़क चलने लायक ही नही रह गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने का आदेश बेमानी दिख रहा है। यहां कई वर्षों से जर्जर सड़क पर आवागमन करने को विवश हैं। इस सड़क पर प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक गांवों के हजारों लोगों का आवागमन रहता है। इसीलिए ब्लॉक नवाबगंज के कई ग्राम सभाओं के प्रधानों ने पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त सड़क के नव निर्माण कार्य कराए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए नानपारा विधायक रामनिवास वर्मा को पत्र सौंपा है जिसमें बताया गया है की जनपद बहराइच के विकासखंड मिहिंपुरवा के सरयू नहर परियोजना के अंतर्गत नहर का निर्माण व सरयू पंप कॉलोनी पटना तक सामग्री लाने हेतु लगभग 40 वर्ष पूर्व डामर रोड बनाई गई थी जिसमें रायबोझा से परगहवा पुल तक डामर रोड बन गई है । शेष पटना कॉलोनी से रूपईडीहा नहर तक लगभग 7 किलोमीटर सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। यह मार्ग रुपईडीहा एनएच 927 से रायबोझा मिहिंपुरवा मुख्य मार्ग एनएच 730 दिल्ली मार्ग से जोड़ती है । यह 7 किलो मीटर न बनी होने के कारण रुपईडीहा से नानपारा होते हुए मिहिंपुरवा व दिल्ली जाने के लिए लगभग 30 किलोमीटर ज्यादा सफर करना पड़ता है । इस रोड के बन जाने से बच्चों के आवागमन,पढ़ाई, रोजगार,सुरक्षा के दृश्य बहुत ही उपयोगी है । इसलिए इस मार्ग को जल्द से जल्द निर्माण करा दिया जाए।
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