आदिकवि थे महर्षि वाल्मीकि-संजीव।
रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। स्थानीय कस्बे के राष्ट्रवादी संगठन के प्रतिनिधियों ने आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जयंती व लोकनायक जयप्रकाश नायक की पुण्यतिथि पर एक चौपाल का आयोजन कस्बे में किया गया। इस अवसर पर रुपईडीहा कस्बे व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे नशे के प्रचलन पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सामुहिक संकल्प लिया गया। लोकनायक जयप्रकाश के विचारों को आत्मसात कर भयमुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट व अध्यक्ष महामना मालवीय मिशन अवध क्षेत्र संजीव श्रीवास्तव ने महर्षि वाल्मीकि को विश्व का आदिगुरु बताया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि रामायणम् को ही गोस्वामी तुलसीदास सहित आधुनिक कवियों ने राम कथा लिखी। इस अवसर पर आचार्य दयाशंकर शुक्ल ने कहा कि दो उपजीव्य काव्य हैं। रामायण व महाभारत। इन्ही से भारत का पूरा साहित्य भरा है। समाजसेवी संतोष शुक्ल ने वाल्मीकि जी को सनातन हिन्दू समाज पथप्रदर्शक व प्रवर्तक बताया। कार्यक्रम का संचालन शिशु विद्या मंदिर के प्राचार्य अनुज सिंह ने किया। समाजसेवी विवेक शुक्ल एडवोकेट ने सभी को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार व हनुमान चालीसा के पाठ दिव्यांशी शर्मा व रोली द्वारा किया गया। इस अवसर पर सुशील गुप्त, पिंटू अवस्थी, सूरज सोनकर, बृजकिशोर, मयूर अग्रवाल, प्रमोद गुप्त, सुदीप मिश्र, योगेंद्र शर्मा व धुर्व कुमार आदि लोग मौजूद रहे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






