रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। इस्लाम धर्म के अंतिम पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाह के जन्मदिन के अवसर पर मदरसा इस्लामिया गौसुल वलूम रंजीतबोझा द्वारा हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक रोजा जलसा का आयोजन गांव चकिया रोड चौराहे पर किया गया। जलसे की सदारत मदरसा के नाजिम व कारी मुर्तजा नूरी व मुख्य अतिथि की हैसियत से मौलाना हिलाल लहरपुरी मौजूद रहे। जलसे की शुरुआत कारी जुनैद अहमद ने कुरान पाक की तिलावत से किया। इस अवसर पर मौलाना हिलाल ने कहा कि फितौरती तौर पर दुनिया में अल्लाहु ताला ने जितनी चीजें बनाई है, चाहे उसमें जान रखी हो या न रखी हो वह चाहे जानदार हो या न हो कोई ऐसी चीज नहीं है जिसके दिल में जनाबे मोहम्मद रसूल अल्लाहु की मोहब्बत न हो। उन्होंने कहा कि इश्क खुदा से हो या रसूल से हो तो कोई भी मसाइल हों तो हल हों जायेगें। जलसे में तमाम उलमायो ने नवी की सीरत, अखलाक के बारे में,व मदरसों की अजमत, तालीम, दहेज की बुराइयों से बचने की और इंसानियत के बारे में रोशनी डाली। इस अवसर पर शायर हाफिज विश्वानी ने नबी की शान में नाते पाक पड़ी जलसा में तमाम उलमायो नबी की सीरत अखलाक के बारे में मदरसों की अजमत तालीम दहेज की बुराइयों से बचने की और इंसानियत के बारे में रोशनी डाली गई। जलसा समाप्ति के दौरान मौलाना हिलाल कासमी ने देश में अमन चैन व खुशहाली की दुआ मांगी। जलसे को मौलाना वहीदुद्दीन कासमी, हाफिज हारुन, हाफिज मोहम्मद अरशद, हाफिज मोहम्मद शाहिद, मौलाना मोहम्मद अनीश आदि लोगों ने खुदा व रसूल के बारे में रोशनी डाली। मदरसा इस्लामिया गौसुल उलूम के नाजिम कारी मोहम्मद मुर्तजा नूरी ने आये हुए तमाम मेहमानों का खैर मकदम किया। इस अवसर पर मदरसा के शिक्षक अब्दुल अलीम, मोहम्मद उस्मान व मोहम्मद रईस, रासिद अहमद, मोहम्मद हारून सहित भारी संख्या में खुदा और रसूल से मोहब्बत करने वाले लोग मौजूद रहे।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






