रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में चारों तरफ डेंगू के कहर से हाहाकार मचा हुआ है। सीमावर्ती क्षेत्र रुपईडीहा कस्बा व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों की संख्या में लोग डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया आदि जानलेवा बुखार से पीड़ित न हो। हर घर के एक से दो लोग डेंगू बुखार से पीड़ित है। परंतु ब्लाक नवाबगंज का स्वास्थ्य विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है। ऐसा लगता है कि जैसे उसे इस परिस्थितियों से और आम जनता से कोई लेना देना नही है। इतनी भयावह स्थित होने के बावजूद भी आज तक स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न तो किसी गांव में और न ही कस्बे में किसी तरह का कोई दवा का छिड़काव नही हुआ है और न ही विभाग की तरफ से कोई कैम्प का आयोजन किया गया है। यहां तक कि जागरूकता फैलाने की कोशिश भी नही किया गया है।ऐसे परिस्थिति में भी स्वास्थ्य विभाग नकारा साबित हो रहा है।जनता त्रस्त है और स्वास्थ्य विभाग मस्त दिख रहा है। अभी तक रुपईडीहा कस्बे में सदाब अहमद, आसिफ अहमद आदि दर्जनों लोगों को डेंगू हो गया था। काफी इलाज के बाद अब इन लोगों की स्थिति ठीक हो रही है। इसी प्रकार रुपईडीहा के नई बस्ती व रंजीतबोझा, पचपकरी आदि ग्रामीण क्षेत्र में भी डेंगू टाइफाइड, मलेरिया से लोग पीड़ित हैं।
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