वन विभाग पर उठ रहे है सवाल
रिपोर्ट : वसीम अहमद
रुपईडीहा बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के वन रेंज रुपईडीहा व चकिया जंगल में तेंदुआ ने आतंक मचा रखा है। जिससे जंगल के आसपास गांव के लोगों में दहशत व्याप्त है। तेंदुआ के भय से ग्रामीणों घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। वन विभाग की लापरवाही से बक्सी गांव बीट व करिंगा गांव बीट के आस पास के क्षेत्र में रह रहे परिवारों पर भारी पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुए की चहलकदमी होने से गांव के लोग सहमे हुए हैं और दिन में भी बच्चों को अकेले घरों से बाहर नहीं जाने दे रहे। अभी तक आदमखोर तेंदुआ बक्सी गांव निवासी एक 16 वर्षीय लड़के अरमान को निवाला बना चुका है और एक 10 वर्षीया बच्ची को बुरी तरह घायल कर चुका है। फिर भी सम्बन्धित वन अधिकारी उसे पकड़ने की कोई कोशिश ही नहीं कर रहे है। आदमखोर तेंदुआ क्षेत्र में लगातार कई गाय, बछड़ा, घोड़ा आदि पालतू जानवरों को मार कर आपना निवाला बना चुका है। इसके बावजूद वन विभाग की तरफ से कैमरे, पिंजरे, जाल आदि की व्यवस्था तेंदुए को पकड़ने के लिए नहीं की गई है । इस लिए वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इस संबंध में रूपईडीहा वन दरोगा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जंगल से सटे जितने भी गांव हैं वहां के लोगों को जंगल की तरफ ना जाने का निर्देश दिया गया है व बचाव के लिए लोगों को पंपलेट के माध्यम से जानकारी दी गई है वन विभाग की टीम लगातार निगरानी बनाए हुए है और जल्द ही तेदुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जाएगा।
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