बहराइच 30 मार्च। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी खाद्य सुधार एवं जागरूकता सम्बन्धी योजनाओं यथा सेफ फूड, शेयर फूड तथा खाद्य पदार्थ फोर्टिफिकेशन को बढ़ावा देने एवं खाद्य कारोबारकर्ताओं के फॉस्टेक कार्यक्रम अन्तर्गत बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने बताया कि भारतीय खा सुरक्षा और मानक प्राधिकरण न केवल खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता में महत्वपूर्ण निभाता है साथ ही सम्पूर्ण भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के साथ नागरिकों को ईट राइट के लिए भी प्रोत्साहित करने हेतु दृढ़ संकल्पित है। डीएम डॉ. चन्द्र ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य है कि खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक पौष्टिकरण किया जाए ताकि देश के नागरिकों को कुपोषण की समस्या से छुटकारा मिल सके।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी डॉ. चन्द्र ने आटा, खाद्य तेल, चावल उत्पादकों को सुझाव दिया कि खाद्य पदार्थों में विटामिन व खनिज लवणों जैसे पौष्टिक तत्वों का अलग से मिश्रण करें ताकि इनका सेवन करने वाले नागरिकों को पूर्ण पोषण प्राप्त हो। डीएम डॉ. चन्द्र ने कैटरर्स, कैन्टीन, डिब्बा बंद टिफिन संचालकों को सुझाव दिया कि खाद्य तेलों का बार-बार प्रयोग एक निश्चित सीमा तक करें कि उसके उपयोग से किसी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। डीएम ने सुझाव दिया रिपर्पज यूज़ कुकिंग आयल को अलग सुरक्षित कर लें सरकार द्वारा उसे क्रय किये जाने की व्यवस्था शीघ्र ही की जाएगी। बैठक के दौरान डीएम ने अभिहित अधिकारी विनोद कुमार शर्मा को निर्देश दिया कि भविष्य में जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक के साथ यह बैठक आहूत की जाए।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा, प्रभारी सीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, डीआईओएस जे.पी. सिंह, बीएसए अव्यक्त राम तिवारी, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, सचिव मण्डी धनन्जय सिंह, व्यापार मण्डल के पदाधिकारी, खाद्य तेल, आटा, मैदा, चावल इत्यादि के निर्माता, कैटर्स, कैन्टीन व डिब्बा बन्द टिफिन संचालक, नमकीन निर्माता, भोजनालय व रेस्टोरेन्ट संचालक मौजूद रहे।
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