बहराइच 22 अगस्त। टेढी एवं सरयू नदी (पुरानी) की खुदाई, सफाई तथा अविरल प्रवाह बनाये रखने के उद्देश्य से सोमवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित डी.पी.आर. समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने उप जिलाधिकारी सदर डॉ. पूजा यादव व पयागपुर के दिनेश कुमार को निर्देश दिया कि तहसील के लेखपालों से सर्वे कराकर नदियों के पुनरूद्धार कार्य से प्रभावित होने वाले कृषकों, सम्बन्धित ग्राम प्रधानों, खण्ड विकास अधिकारियों के साथ तहसील स्तर पर बैठक कर कृषकों की सहमति प्राप्त की जाय। डीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि शासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा इस सम्बन्ध में अविलम्ब कार्यवाही की अपेक्षा के दृष्टिगत सर्वें तथा सर्वे के उपरान्त की जाने वाली कार्यवाही को शीर्ष प्राथमिकता के साथ सम्पन्न कराया जाय।
डीएम मोनिका रानी ने कहा कि गंगा नदी के भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारणों के अद्वितीय महत्व को देखते हुए इसे राष्ट्रीय नदी का दर्जा प्राप्त है। गंगा व सहायक नदियों का पुनरूद्धार करके इसे प्राकृतिक एवं मूल स्थिति में लाये जाने के लिए जिला गंगा समिति का गठन किया गया है। डीएम ने कहा कि गंगा नदी के पुनरूद्धार हेतु आवश्यक है कि गंगस की सहायक नदियों में भी जल का सतत पर्याप्त प्रवाह बना रहे इसके लिए टेढ़ी व सरयू नदी (पुरानी) का पुनरूद्धार अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
डीएम ने कहा कि तेज़ी से हो रहे शहरीकरण एवं औद्योगिकीकरण के कारण सीवेज, औद्योगिक बहिस्राव एवं अन्य प्रदूषकों के बढ़ने के कारण गंगा व उसकी सहायक नदियॉ गंभीर स्थिति में हैं वहीं, प्रतिस्पर्धी मॉग को पूरा करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या, शहरीकरण, औद्योगिकीकरण, अवसंरचना विकास में वृद्धि के कारण सिंचाई, पेयजल आपूर्ति, औद्योगिक उपयोग एवं जल विद्युत के लिए गंगा नदी के जल की मॉग भी बढ़ रही है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कैसरगंज पंकज दीक्षित, मोतीपुर के संजय कुमार, उपायुक्त मनरेगा के.डी. गोस्वामी, अधि.अभि. सरयू ड्रेनेज खण्ड शोभित कुशवाहा, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।
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