कोटा। अखिल भारतीय मंगलमुखी (किन्नर) समाज का राष्ट्रीय अधिवेशन कोटा में सोमवार से प्रारंभ हुआ। आयोजक मंगलामुखी कोटा श्रीपुरा गद्दी की ममता नायक ने बताया कि 10 दिवसीय सम्मेलन का आयोजन इंद्रा मार्केट रोड़ स्थित सनाढ्य धर्मशाला में किया जा रहा है, जिसमें 1500 से अधिक किन्नर समाज के लोग जुड़ेंगे और परा का निर्वहन कर इस अधिवेशन में शिरकत करेंगे।
किन्नर मनीषा ने बताया कि 10 दिवसीय कार्यक्रम का आगाज चाकपूजा से कर गणपति को स्थापित किया गया। हवन व पूजन कर सोमवार को सबने भगवान श्री राम की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य भजन संध्या का आयोजन किया। उन्होंने बताया कि कोटा शहर में ब्यावर, नसीराबाद, जोधपुर, फलौदी, हैदराबाद, मुंबई, जैसलमेर सहित देश के विभिन्न कोनों से गद्दी प्रमुख इस अधिवेशन से जुड़े हैं।
मंगलामुखी शेफाली किन्नर ने बताया कि 10 दिवसीय कार्यक्रम में 24 जनवरी को भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इंद्रा मार्केट के क्षेत्र में सभी किन्नर कतारबद्ध होकर कलश यात्रा में शामिल होंगे। प्रात 10 बजे कलश यात्रा आयोजित होगी। शेफाली ने बताया कि 27 जनवरी को गोदावरी धाम से नगर भ्रमण होगा। कोटा के मुख्य मार्गों से यह शोभायात्रा निकलेगी। सभी किन्नर इसमें शामिल होंगे। नाच गाने के साथ सजधज कर किन्नर समाज के लोग शोभायात्रा का हिस्सा बनेंगे। शोभायात्रा का मार्ग गोदावरी धाम से दादाबाडी चौराहा, सीएडी सर्किल, घोडेवाला बाबा चौराहा, गुमानपुरा, कैथूनीपोल से होती हुई सनाढ्य धर्मशाला इंद्रा मार्केट पहुंचेगी।
मंगलामुखी नैना देवी ने कहा कि पुरूष-स्त्री जेंडर के बाद तीसरे जेंडर के किसी आवेदन या एप्लीकेशन फार्म में अन्य शब्द का प्रयोग किया जाता है। जबकि हमें प्रमुखता से तीसरे जेंडर के रूप में पहचान मिली है। अन्य शब्द के आशय में मनुष्य सहित पशु या कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि किन्नर समाज भी भारत का आम नागरिक है। किन्नर समाज सबसे सहयोग से मुख्यधारा का हिस्सा बनने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि कोटा में वर्तमान में 6 डेरे हैं। कोटा से ममता नायक, मनीषा नायक, ज्योति नायक, इंदु नायक सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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