रिपोर्ट : रियाज अहमद
नानपारा बहराइच।तहसील नानपारा के कांवरिया सरयू नदी सरैयां के तकिया घाट से जल भरकर जंगली नाथ मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए रवाना हुए, और तहसील के पास पहुंचते ही, सभी सड़क पर बैठकर अव्यवस्थाओं के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जयकारे लगाते हुए अव्यवस्थाओं का विरोध किया। सरयू नदी तट पर प्रशासन की तरफ से उजाले और तैराक की कोई उचित व्यवस्था न किए जाने को लेकर कांवरियों में आक्रोश रहा। छत्रपाल सहित अन्य कांवरियों ने बताया कि कुछ कांवरिया नहाते समय डूबने से बचे हैं। जिनको अन्य कांवरियों ने बचाया है। घाट पर किसी भी प्रकार की प्रशासनिक व्यवस्था मौजूद नहीं रही, एक भी तैराक घाट पर नहीं रहा, साथ ही कांवरियों ने बताया कि रास्ते में कावड़ लेकर चलते समय बीच-बीच में मोटरसाइकिल और ई-रिक्शा सहित अन्य वाहन आ जाते हैं, जिससे कावड़ लेकर चलने में समस्या होती है, ऐसे में कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है। प्रशासन की ओर से कोई भी उचित व्यवस्था नहीं की गई। जबकि इससे पूर्व में प्रशासनिक अमला पूरी व्यवस्था करता था, और सुरक्षा के उचित प्रबंध करवाता रहा है। इस संबंध में कांवरियों ने पूर्व में भी अधिकारियों को ज्ञापन देकर समस्या बताया था। लेकिन समाधान प्रशासन की ओर से नहीं किया गया। जिस कारण से कांवरियों में आक्रोश व्याप्त रहा। जल भरकर लौटते समय रविवार को तहसील नानपारा के सामने मार्ग पर पहुंचते ही कांवरियों ने नारेबाजी करते हुए अपना कावड़ सड़क पर रखकर बैठ गए। सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी नानपारा अश्विनी कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी राहुल पांडे आदि अधिकारी आ पहुंचे और कांवरियों की समस्याओं को सुना और अगली बार से किसी भी प्रकार की समस्या न आने देने का आश्वाशन दिया। जिस पर कंवरिया माने और कावड़ उठाकर जंगली नाथ मंदिर के लिए प्रस्थान कर गए।
*कांवरियों पर की गयी पुष्प वर्षा*
इसी क्रम में तहसील के पास कांवरियों की समस्याओं को सुनने एवं समाधान की बात होने के बाद उप जिलाधिकारी अश्वनी कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी राहुल पांडे अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर पुष्प वर्ष किया और कांवरियों ने जयकारा लगाते हुए आगे प्रस्थान किया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि पंकज जायसवाल ने भी कांवरियों पर पुष्प वर्षा करते हुए, बोल बम के जयकारे लगवाएं और कांवरियों के साथ प्रदर्शन के दौरान भी खड़े रहे।पंकज जायसवाल ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चे कांवर लेकर जाते हैं। प्रशासनिक व्यवस्था की वजह से बीच-बीच में मोटरसाइकिल और अन्य वाहन के घुसने से हादसा होना आम बात है। साथ ही बताया कि सरयू तट सरैया पर प्रशासन की ओर से तैराक की व्यवस्था न किया जाना दुखद है। इस दौरान राजेश प्रधान, बबलू सिंह, छत्रपाल, आनंद श्रीवास्तव, संदीप सिंह, राकेश, हृदय राम आदि कावरिया एवं कांवरिया समर्थक रहे।
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