बहराइच 04 अगस्त। शनिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण/कन्वर्जेन्स समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वीएचएसएनडी दिवस की समीक्षा करते हुए सत्रो पर इन्फेण्टोमीटर, स्टेडियोमीटर, बच्चो व महिलाओ के वजन मापने की वजन मशीन के साथ उपस्थित न होने वाली और आरबीएसके टीम द्वारा सत्रो पर बच्चो की स्वास्थ्य जांच के समय पंजीकृत समस्त बच्चो की स्वास्थ्य जांच न कराने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो के विरूद्व कार्यवाही करने के निर्देश दिये। सक्षम
आंगनाबाड़ी केन्द्र के अन्तर्गत विकसित केन्द्रो पर आरओ, ईसीसीई मैटेरियल, पोषण वाटिका, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, भवन की रंगाई पुताई एवं बाला पेन्टिंग के लिये उपलब्ध कराई गई धनराशि वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए डीएम ने निर्देश दिया कि का 01 माह के अन्तर्गत आवंटित धनराशि का सदुपयोग कर समस्त प्रस्तावित कार्यो को पूर्ण करा लिया जाये। डीएम ने डीपीओ को निर्देश दिया कि निर्धारित अवधि में कार्यवाही पूर्ण न करने सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के विरूद्व कार्यवाही हेतु पत्रावली प्रस्तुत की जाय।
सैम बच्चों के चिन्हांकन कार्य की समीक्षा के दौरान पाया गया कि विकास खण्ड मिहीपुरवा, पयागपुर, बलहा, हुजूरपुर कैसरगंज, फखरपुर, विशेश्वरगंज में क्रमशः सर्वाधिक बच्चे चिन्हित किये गये हैं। जबकि ब्लाक नवाबगंज, चित्तौरा, जरवल में 200 से कम सैम बच्चे चिन्हित किये गये है तथा स्क्रीनिग की फीडिंग भी कम हुई है। डीएम ने इस स्थिति पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए डीपीओ को निेर्दश दिया कि सैम बच्चों के कम चिन्हांकन व कम फीडिंग करने वाले ब्लाकों बाल विकास परियोजना अधिकारियो/कर्मचारियो के विरूद्व कार्यवाही करने 02 दिवस में पत्रावली प्रस्तुत की जाय।
डीएम द्वारा डीपीओ व सीडीपीओ को निर्देश दिये गये कि लाभार्थियों को नियमानुसार ड्राई राशन का वितरण किया जाय आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका के स्थापना में आ रही समस्याओं का निराकरण कराते हुए जगह की उपलब्धता के अनुसार सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पोषण वाटिका की स्थापना की जाय। जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र, मुख्यमंत्री सुपोषण घर-पोषण व पुनर्वास केन्द्र में आरक्षित बेड के सापेक्ष प्रतिदिन सैम बच्चो की भर्ती सुनिश्चित कराये तथा शत प्रतिशत बच्चों का फालोअप कराये। बीएचएसएनडी सत्रों को मानक के अनुरूप आयोजित किया जाय। सत्रों पर मानक के अनुरूप सभी लाजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर., जिला विकास अधिकारी राज कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एमएम त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर, जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी, गोद लिये हुए आंगनबाड़ी केन्द्रो के नोडल अधिकारी, समस्त विकास खण्ड के बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं एमओआईसी आदि बैठक मे उपस्थित हुए।
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