रिपोर्ट : रियाज अहमद
रुपईडीहा बहराईच।भारत नेपाल सीमावर्ती ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव के लोगो को सीमा पर तैनात एस एस बी द्वारा आवागमन में अवरोध उत्पन्न करती है और सीमा पार करने वाले ग्रामीणों को कई बार पीटा भी जाता है। ऐसा ही एक मामला संज्ञान में आया है।बीती शुक्रवार की रात 9 बजे समीपवर्ती गांव सहजना निवासी पेशकार वर्मा पुत्र बिकाऊ लाल वर्मा ने बताया कि रुपईडीहा से दूध देकर अपने गांव वापस जा रहे थे। चूंकि बरसात के कारण खेतों व पगडंडियों पर पानी भरा हुआ है इसलिए साइकिल से अनिल जायसवाल पुत्र राम चन्दर भी रुपईडीहा से भारत नेपाल सीमा पर बने पैरलर रोड होकर अपने गांव जा रहे थे। रेलवे हेड के पास ड्यूटी कर रहे एसएसबी निबिया बीओपी के 2 जवान सनत कुमार व सुभाष ने हम लोगो की लाठी डंडों से पिटाई कर दी। डर कर हम लोग बाइक व साइकिल छोड़कर भाग गए। उक्त जानकारी देते हुए पेशकार वर्मा, अनिल जायसवाल, उमेश वर्मा, अनिल, उमाशंकर, राकेश तीरथ राम गुप्ता व शिव कुमार वर्मा आदि सैकड़ों ग्रामवासियों ने बताया कि सनत कुमार व सुभाष की ड्यूटी थी। ये लोग जब हम सभी को मरने लगे तो हम लोग डर कर बाइक व साइकिल छोड़कर गांव भाग गए। दोनो जवानों ने बाइक व साइकिल रोड के किनारे पानी भरे गड्ढे में फेंक दी। सुबह साइकिल गायब थी। गड्ढे से हमलोगों ने बाइक निकाल कर धोई। शनिवार की सुबह 6 बजे सहजना व आसपास गांवों के ग्रामवासी पैरलल रोड पर खड़े होकर एसएसबी के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे थे। निबिया ग्रामवासी शिवकुमार वर्मा ने बताया कि हम लोगो ने रुपईडीहा कैम्प पर जाकर इसकी शिकायत की तो इंस्पेक्टर सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि दोनों जवानों को यहां से हटा दिया गया है। आगे इस तरह की कोई घटना नही होगी। इसपर हमलोग संतुष्ट हो गए।
सेवा, सुरक्षा व बंधुत्व के सिद्धांतों पर काम करने वाली एसएसबी के जवानों को ग्रामवासियों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नही करना चाहिए। इससे एसएसबी की छवि पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
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