श्रम विभाग कार्यालय पर निर्माण बोर्ड में कार्य करने वाले कर्मचारियों ने किया धरना-प्रदर्शन
आंदोलन को सीटू ने दिया समर्थन
राजस्थान निर्माण बोर्ड में कार्यरत 250 से 300 संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने के खिलाफ संविदा कर्मियों के साथ सीटू ने श्रम कार्यालय जयपुर पर जबरदस्त प्रदर्शन कर धरना दिया।
सीटू महामंत्री मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि राजस्थान निर्माण बोर्ड में कार्यरत संविदा कर्मचारियों जिनकी संख्या करीब 250 से 300 है, नौकरी से निकाल दिया है। बोर्ड के उपसचिव ने एक लिखित आदेश जारी कर सभी BOCW बोर्ड में कार्यरत संविदा पर लिए हुए कर्मचारियों की सेवाएंबिना किसी मुआवजे, ग्रैच्युटी और कंपनसेशन के गैरकानूनी रूप से एक झटके में समाप्त कर दी गई हैं। इसी के खिलाफ सीटू की ओर से श्रम विभाग राजस्थान के जयपुर स्थित कार्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर धरना दिया गया।
धरने को समर्थन देने के लिए सीटू श्रम संगठन की ओर से सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भंवर सिंह शेखावत, प्रदेश महामंत्री कामरेड वीएस राणा, सीटू के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कामरेड रवींद्र शुक्ला ने शिरकत की। धरने पर साथियों को संबोधित किया। सीटू प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि अगर यह लोग संविदा पर थे तो फिर श्रम विभाग के अधिकारी ओपी सारण ने किस हैसियत से आदेश निकालकर उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं। इसका मतलब यह था कि यह कर्मचारी श्रम विभाग राजस्थान सरकार के कर्मचारी हैं। राजस्थान उच्च न्यायालय ने आदेश दे रखा है कि किसी भी संविदा कर्मचारी को आप नहीं हटाएंगे। इसके बाद भी श्रम विभाग ने मनमाने तरीके से इन कर्मचारियों को हटा दिया है। किसी तरह का कोई मुआवजा यहां तक कि उनको डेढ़ माह का बकाया वेतन भी नहीं दिया गया है।
रक्षक ही बन बैठे भक्षक
शेखावत ने कहा कि श्रम विभाग जिसका काम कानून की पालना कराना है, वही कानून का उल्लंघन कर रहा है। जब रक्षक की भक्षक बनकर बैठ गए हैं, तो ऐसे विभाग के खिलाफ संघर्ष को तेज करना होगा। सीटू इस आंदोलन को पूरा समर्थन देती है।
इन्होंने दिया आंदोलन को समर्थन
धरने को कामरेड राकेश बुगालियां, इंटक के नेता घासीलाल शर्मा, कामरेड मनोज कुमार चौधरी, इंटक के राम प्रसाद ने संबोधित कर आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
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