दिल्ली। सेवा का अर्थ अत्यंत व्यापक है जिसमें प्रत्यक्ष सहायता के साथ साथ अनेक प्रकार आ जाते हैं। किसी की संवेदना को समझना और उसे अनुभूत करना भी बड़ी सेवा है। यदि विशेष शारीरिक परिस्थितियों वाले सभी लोगों की भावनाओं को हम भाषा दे सकें तो यह मनुष्यता की बड़ी सेवा होगी। हिन्दू कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा तीन दिवसीय सांकेतिक भाषा कार्यशाला के समापन में प्राचार्य प्रो अंजू श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी कार्यशालाओं से समावदेशी संचार को बढ़ावा मिलेगा। दिल्ली फाउंडेशन ऑफ डेफ वूमेन के सहयोग आयोजित इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को सांकेतिक भाषा की मूल बातें बताना और समावेशी संचार को बढ़ावा देना था।
कार्यशाला का नेतृत्व दिल्ली फाउंडेशन ऑफ डेफ वूमेन की अनुभवी प्रशिक्षक स्निग्धा शर्मा और प्रीति रावत ने किया, जिन्होंने बुनियादी सांकेतिक भाषा कौशल में व्यापक प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के साथ साथ अन्य विद्यार्थियों ने भी प्रशिक्षण लिया।
समापन में कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कोषाध्यक्ष निशांत ने बताया कि प्रतिभागियों ने इंटरैक्टिव अभ्यास और अभ्यास सत्रों के माध्यम से सक्रिय रूप से व्यावहारिक शिक्षा प्राप्त की।
समापन सत्र में प्राचार्य प्रो अंजू श्रीवास्तव, उप प्राचार्य प्रो रीना जैन और कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लव ने राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की अध्यक्ष नेहा यादव को राष्ट्रीय सेवा योजना पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर में चयनित होने और भागीदारी करने के लिए सम्मानित किया गया। उप प्राचार्य प्रो रीना जैन ने यादव को बधाई देते हुए कहा कि देश भर के युवाओं के साथ इस शिविर में रहना किसी भी विद्यार्थी के लिए प्रेरक और नया अनुभव है जिससे निश्चय ही उसके क्षितिज में विस्तार होगा।
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