बकाया भुगतान की मांग को लेकर 76 वें दिन भी जारी रहा जेके मजदूरों का धरना
बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर 18 फरवरी से कोटा कलेक्ट्रेट पर चल रह जेके फैक्ट्री के मजदूरों का धरना रविवार को 76 वें दिन भी जारी रहा।
मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि धरने के 76 वें दिन जेके मजदूरों ने नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
धरने का संचालन करते हुए कामरेड हबीब खान, कामरेड नरेंद्र सिंह, कामरेड उमाशंकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे मजदूरों के संघर्ष से अराफात ग्रुप में बेचैनी है। अराफात फैक्ट्री की करीब साढ़े 7 सौ करोड़ की मशीनों की चोरी से बचने की कोशिश में लगा हुआ है। साथ ही जेल जाने के डर से धरने को तोड़ने की कोशिश कर रहा है। लेकिन अंत में मजदूरों के संघर्ष की ही जीत होगी। सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश को जेके फैक्ट्री के 4200 मजदूरों सहित कोटा जिले के विकास और प्रदेश के मजदूरों के हित में लागू करना पड़ेगा। साथ ही 27 साल से फैक्ट्री की तरफ मजदूरों की शेष 250 करोड़ से अधिक की राशि का 27 साल का ब्याज जोड़ कर लगभग 500 करोड़ फैक्ट्री के 4200 मजदूरों में बांटना पड़ेगा। अराफात बच नहीं सकता। फैक्ट्री की मशीनों की चोरी करने के मुकदमे में जेल जरूर जाएगा।
अराफात को बचाने में लगे हुए हैं बीजेपी के नेता
वक्ताओं ने कहा कि सरकार और बीजेपी के नेता अराफात को बचाने में लगे हुए हैं। परन्तु जेके फैक्ट्री का एक-एक मजदूर अंतिम समय तक बकाया वेतन पाने और इस दमनकारी, पूंजीवादी, साम्राज्यवादी, शोषणकारी सरकार से मुकबला करने का संकल्प ले चुका है।
20 मई की हड़ताल को सफल बनाने की अपील
मजदूर नेताओं ने कोटा शहर और ग्रामीण इलाकों के सभी मजदूरों से 20 मई को होने वाली देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने की अपील की। साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि श्रमिक विरोधी चारों श्रम संहिताओं को रद्द कर वापस मजदूरों के हित में बने सभी 44 श्रमिक कानूनों को लागू नहीं किया गया तो सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सीटू मीडिया प्रभारी मुरारीलाल बैरवा ने बताया कि 76 वें दिन धरने में दर्जनों की संख्या में जेके मजदूर अपने परिवार की महिलाओं व बच्चों के साथ उपस्थित रहे।
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