बिहार में शिक्षा तंत्र हमेशा से हासिए पर रहा है. बिहार में कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जो इसका हिस्सा बनकर शिक्षा जगत को लगातार बदनाम कर रहे हैं. सुशासन में गुरु जी के कारनामे की ताजा तरीन तस्वीर एक उर्दू स्कूल से आई है.शिक्षक की नींद खुलने के इंताजार में बच्चों की घंटी खत्म हो गई लेकिन उनकी नींद नहीं खुली. ये मामला जिले के छातापुर प्रखण्ड के उर्दू मध्य विद्यालय महद्दीपुर का है. जहां सहायक शिक्षक के पद पर तैनात अशोक कुमार यादव छात्राओं के सामने ही क्लास की मेज पर पैर फैलाकर सो रहे थे.इस शिक्षक के व्यवहार से हेडमास्टर मोहम्मद असलम भी वाकिफ हैं. उनके मुताबिक, अशोक को उन्होंने इसके लिए कई बार कहा भी कि वे अपने व्यवहार में परिवर्तन लाएं. लेकिन शिक्षक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा.इतना ही नहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लल्लू पासवान ने भी कहा कि इस तरह की शिकायत कई बार उन्हें मिली है लेकिन कभी कार्रवाई नहीं हो सकी है. उन्होंने इस बार आरोपी शिक्षक से ‘कारण बताओ’ नोटिस देने की बात कही. ऐसे में अब सवाल उठता है कि जिस स्कूल में इस तरह के शिक्षक रहेंगे वहां सरकार के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के दावो को कैसे पूरा किया जा सकेगा.
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