बिहार में बारिश का कहर लगातार जारी है. पटना की सड़कों पर जल प्रलय आने के बाद अब राहत और बचाव की कवायद तेज कर दी गई है. इस कड़ी में जहां सड़कों पर NDRF और SDRF की टीमें लोगों को रेसक्यू करती दिखीं तो वहीं सीएम नीतीश कुमार ने भी बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. रविवार की शाम नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों के साथ पहले उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की फिर पटना की सड़कों पर उतर कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. सीएम ने शहर के 90 फीट रोड और बस स्टैंड वाले इलाके की स्थिति का जायजा लिया. सीएम नीतीश कुमार की इस अहम बैठक में मुख्य सचिव, आपदा विभाग के प्रधान सचिव, DGP समेत आपदा विभाग के अधिकारी भी थे, जिनके साथ सीएम ने एक घंटे तक मंत्रणा की. बैठक में NDRF-SDRF आपदा विभाग के अधिकारियों को लोगों की मदद करने का निर्देश दिया गया. इसके लिए जिला प्रशासन को सहयोग करने को कहा गया है. सीएम ने बैठक के दौरान कहा कि किसी भी हाल में आवश्यक चीजों की कमी नहीं होने दी जाएगी. इस दौरान सीएम ने राज्य के तटबंधों के हालात की भी जानकारी ली. बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि आपदा में मृत लोगों के परिजनों को आपदा द्वारा निर्धारित राशि दी जाएगी. CM ने बैठक के दौरान आशंका जताई कि अगर बारिश की यही स्थिति रही तो पटना के ऊपरी इलाके भी पूरी तरह से जलमग्न हो जाएंगे. नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि इस बार ज़्यादा बारिश होने की वजह से पटना में जल जमाव के हालत हो गए हैं. उन्होंने बताया कि पुनपुन का जलस्तर बढ़ जाने की वजह से पटना में जल जमाव के हालात पैदा हो गए हैं. नाले का निर्माण भी होने से जल जमाव हुआ है. मंत्री ने कहा कि पटना में दो से तीन दिन में बरसात का पानी निकाल लिया जाएगा.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments