अस्पताल में प्रसव के लिए आई प्रसूता से जिला महिला चिकित्सालय में वसूली की गई है। प्रसूता के परिजनोने स्टाफ नर्सो पर आरोप लगाया है कि सामान्य प्रसव के लिए तीन हजार रुपये लिया गया है। 48 घंटे तक अस्पताल में कराहती महिला के पेट में ही बच्चा मर चुका है। हीमोग्लोबिन की कमी के चलते अभी तक ऑपरेशन नहीं किया जा सका है।
ग्राम लुधौरी निवासी मुस्लिम ने बताया कि उनके छोटे भाई की पत्नी गुड़िया को प्रसव कराने के लिए सोमवार सुबह 10 बजे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुड़िया को झटके के साथ प्रसव पीड़ा हो रही थी। अस्पताल में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ ने गुड़िया का अल्ट्रासाउंड कराने को कहा। बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने के बाद मंगलवार दोपहर 1.30 बजे प्रसूता को अस्पताल लाया गया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखकर डा. आरके सिंह ने कहा कि बच्चा पेट में मर गया है।
बच्चे को निकालना पड़ेगा नहीं तो प्रसूता की जान भी खतरे में पड़ सकती है। मुस्लिम का कहना है कि मंगलवार रात ही अस्पताल में तैनात स्टाफ नर्सों ने उससे सामान्य प्रसव के लिए तीन हजार रुपये वसूल लिए और प्रसव नहीं कराया। बुधवार सुबह 9.30 बजे गुड़िया की हालत बिगड़ गई। लेकिन उसे किसी चिकित्सक ने देखने की जहमत नहीं उठाई। वहीं डॉक्टर का कहना है कि गुड़िया का हीमोग्लोबिन बहुत कम है और ब्लॅड प्रेशर भी सामान्य नहीं है।
ऐसे में ऑपरेशन हो पाना संभव नहीं है। गुड़िया को ब्लड चढ़ाने के बाद ही ऑपरेशन किया जाएगा। इस संबंध में जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पीके मिश्रा ने बताया कि स्टॉफ नर्स द्वारा पैसा लिए जाने की कोई शिकायत मुझे प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलने पर जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गुड़िया को ब्लॅड चढ़ाकर ऑपरेशन करने का निर्देश दिया गया है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






