बेख़ौफ़ खबर के प्रबंधन कार्यालय में आज बेख़ौफ़ खबर के संस्थापक एवं संपादक सिराज़ अहमद की अध्यक्षता में पहली मीटिंग की गई जिसमें बेख़ौफ़ खबर के धार्मिक सलाहकार मौलाना मोहसिन रज़ा कैमरामैन राजकुमार गुप्ता सहयोगी रिपोर्टर ज़ाकिर हुसैन अंसारी और पंकज गुप्ता की उपस्थिति रही
अध्य्क्षता कर रहे सिराज़ अहमद ने पत्रकारिता की बारीकियों को समझाते हुए कहा कि जब एक गरीब कोटेदार के पास राशन लेने जाता है तो उसको कोटेदार की उपेक्षा का शिकार होना पड़ता है प्रधान के पास जब कोई असहाय बेबस गरीब जब आवास लेने के लिए प्रधान के पास जाता है तो उसे किन किन परेशानियों से दो चार होना पड़ता है तथा छुटभय्या नेता का वो अंदाज़ जब एक गरीब के पास एक वोट लेने का होता और बड़ा नेता बन जाने के बाद वही छुटभय्या नेता उसी गरीब को नज़रअंदाज़ करता है इस तरह की परेशानियों को दूर करने का जो काम है वो एक पत्रकार ही कर सकता है वो भी वही पत्रकार जो प्रधान कोटेदार की चाटुकारिता न करते हुए असहाय बेबस गरीब की आवाज बनने का जज़्बा रखता हो वही सच्चा पत्रकार होता है इसलिए अपनी पूरी टीम से यही विश्वास है कि आप सब हमारी बातो को ध्यान में रखकर पूरी ईमानदारी से जिम्मेदारी को निभाएंगे
क्योंकि छोटा पत्रकार ही किसी भी चैनल को बड़ा बनाने की कूबत रखता है
अपनी टीम के सदस्यों को ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाया उन्होंने कहा पत्रकारिता बड़ी नहीं होती पत्रकार बड़ा होता बशर्ते उसमे पत्रकारिता के प्रति ईमानदारी की संवेदना और समर्पण का भाव पत्रकार को बड़ा बनाता है और पत्रकारिता एक समाज सेवा है जो कि आपका फ़र्ज़ है न कि सुन्नत (पुण्य) इसलिए बेख़ौफ़ खबर की पूरी टीम हमारी बातों का पूरा ख्याल रखेगा तथा अपनी पूरी मेहनत और लग्नता के साथ बेख़ौफ़ खबर को आगे ले जाएगा इसके बाद अध्यक्ष महोदय ने टीम को अपनी अपनी ज़िमेदारियो का भार देते हुए संवाद को समाप्त किया
पूरी टीम ने एक स्वर में समर्थन कर अपनी अपनी ज़िमेदारियो का भार लेते हुए बेख़ौफ़ खबर के प्रति मेहनत और लग्नता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का संकल्प किया
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