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Monday, June 2, 2025 4:20:10 AM

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डॉक्टर और नर्स ने की सुविधा शुल्क की दरकार बच्ची की मौत से हुई डॉक्टरी शर्मसार

डॉक्टर और नर्स ने की सुविधा शुल्क की दरकार बच्ची की मौत से हुई डॉक्टरी शर्मसार
/ से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार पंकज गुप्ता,राजकुमार गुप्ता की रिपोर्ट

बहराइच। डॉक्टर को इस मानव युग मे ईश्वर की संज्ञा दी गयी है मगर कुछ चंद धनलोलुप डॉक्टर की वजह से इस संज्ञा की गरिमा धूमिल हुई है इसी तरह की एक दुःखद घटना इस जिला बहराइच के अस्पताल में प्रकाश में आया है, जहां पर इलाज के बदले मांगे गए चंद पैसे ना मिलने पर डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने बच्चे का समय से इलाज नहीं किया जिसकी वजह से बच्ची की तड़पकर मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद उसके परिजनों ने घंटों तक अस्पताल के भीतर जमकर हंगामा काटा और बच्ची के पिता का आरोप है कि सरकारी अस्पताल के भीतर इलाज और इंजेक्शन लगाने के नाम पर स्टाफ नर्स के द्वारा कई बार पैसे की मांग की गई। मजबूर गरीब पिता पैसा नही दे पाया तो इलाज में लापरवाही बरती गई जिसकी वजह से बच्ची की मौत हो गयी। बच्ची की मौत के बाद अस्पताल में घण्टो अफरातफरी का माहौल बना रहा। परिजन चिल्ला चिल्ला कर अस्पताल कर्मियों की दास्तां को बयां करते रहे।
बता दे कि जिला के हरदी इलाके का पंकज पाल अपनी तीन माह की बच्ची को जिला अस्पताल इलाज के लिए लेकर आया था बच्ची को बुखार की शिकायत थी बच्ची अपनी माँ का दूध नही पी पा रही थी जिसकी वजह से पंकज ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पर बच्ची का इलाज तो शुरू किया गया लेकिन इलाज के एवज में स्टाफ नर्स द्वारा पैसे की मांग की गई। बच्ची के पिता का आरोप है कि पहले दिन उसने पैसा भी दिया, लेकिन इसके बावजूद बच्ची के इलाज में हीला हवाली और लापरवाही बरती गई। पंकज पाल का यह भी आरोप है कि दूसरे दिन भी स्टाफ नर्स के द्वारा उससे 200 रूपये की मांग की गई और यह धमकी दिया गया कि अगर पैसा नहीं देगा तो उसकी बच्ची को जबरन लखनऊ रेफर कर दिया जाएगा। गरीब पंकज पाल जब पैसा देने में असमर्थता जताई तो उसकी बच्ची के इलाज में भारी लापरवाही बरती गई जिसकी वजह से बच्ची की तड़प कर मौत हो गई ! पंकज पाल का यह भी आरोप है कि बच्ची के इलाज को लेकर डॉक्टर और स्टाफ नर्स से उसकी कहासुनी भी हुई तो इस मामले को लेकर उसे मारा पीटा भी गया। हालांकि इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ डी के सिंह ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए आरोपी स्टाफ नर्स और डॉक्टरों के खिलाफ जांच बैठा दी है और पीड़ित के बयान के लिए वृहस्पतिवार 10 जनवरी को बुलाया है जिससे जांच और लगाये गये आरोप की जांच कमेटी समीक्षा करेगी जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया पूरी की जाएगी|, अब सवाल यह पैदा होता है कि सरकार से लाखों रुपए तनख्वाह लेने वाले डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स चंद पैसों के लालच में मरीजों की जिंदगियों से आखिर क्यों खिलवाड़ कर रहे हैं।

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