अयोध्या। मवई थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर जनक से करीब 26 दिन पूर्व लापता हुये युवक अंकुर सिंह के घर पर शुक्रवार को एक चिट्ठी पहुचने से हड़कंप मच गया। चिट्ठी मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक स्पीड पोस्ट के जरिए आया है जिसमें अंकुर सिंह की गोली मार कर हत्या की बात लिखी थी। उर्दू में लिखे पत्र को जब गांव में एक व्यक्ति से हिन्दी में अनुवाद कराया गया तो उसमें यह जानकारी मिली। स्पीड पोस्ट भेजने वाले ने ही अंकुर की हत्या की बात भी उस पत्र में स्वीकारी है। पत्र भेजने वाले ने अपना पता मध्य प्रदेश के जिला जबलपुर के ग्राम मोहम्मदपुर के निजामुद्दीन के रूप में लिखा है। उसने पत्र में लिखा कि बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि अंकुर सिंह 22 वर्ष पुत्र राम करन सिंह को गोली नही मारना चाहते थे लेकिन गत 25 अक्टूबर को ही इत्तिफ़ाक़ी तौर( अचानक) गोली मार दी गयी। और वह अपनी जान से हाथ धो बैठा। निजामुद्दीन की तरफ से यह भी लिखा गया कि उसका अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से कर दिया गया। पत्र में यह भी लिखा गया कि अंकुर की इच्छा थी उसका शव उसके पैतृक गांव रामपुरजनक पहुँचाया जाय। निजामुददीन की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया कि मैंने सोचा कि उसके शव को घर नही पहुंचा सके तो कम से कम उसके मरने का सन्देश ही पहुंचा दें। पत्र में लिखा गया है कि भगवान उसकी आत्मा को शांति दे तथा उसके परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। इस पत्र के आने के बाद अंकुर के पिता राम करन ने शनिवार को मवई थाना पहुँच कर पुलिस को पत्र दिखाया। गौर तलब है कि युवक अंकुर सिंह 20 अक्टूबर को घर से बकाया वसूलने की बात कह कर निकला था लेकिन जब वह वापस नही आया तो उसके पिता रामकरन ने 23 अक्टूबर को मवई थाना में गुमशुदगी की तहरीर दिया जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई थी। प्रभारी निरीक्षक चन्द्र भान यादव ने बताया कि पत्र मिला है जो उर्दू में लिखा हुआ है। जिसके मुताबिक हत्या होने की बात सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि मामला संदिग्ध लग रहा है फिर भी पुलिस मध्य प्रदेश जाकर पत्र में दिए गए पते पर तहकीकात करेगी और मामले की गहनता से जानकारी करेगी।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






