बहराइच। उप जिलाधिकारी महसी एस.एन. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 11 अक्टूबर 2019 को अपरान्ह लगभग 12ः40 बजे व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से वायरल पोस्ट तहसील महसी अन्तर्गत ग्राम ढोढायल में भूख से बुज़ुर्ग महिला की मौत के सम्बन्ध में की गयी जाॅच में पाया गया कि मृतिका तारावती पत्नी स्व. बाबू लाल शर्मा की आयु 80 वर्ष थी जिसकी कल दिनांक 10 अक्टूबर 2019 को समय सुबह 06ः00 बजे मृत्यु हो गयी थी। जिसका दाह संस्कार मृतिका के भतीजे सिपाही लाल, अलीम, देवीपाटन, ग्राम प्रधान व ग्राम के अन्य लोगों द्वारा किया गया। मृतिका के पति स्व. बाबू लाल शर्मा की मृत्यु डेढ़ वर्ष पूर्व हो चुकी है। मृतिका के पति बाबूलाल मूलतः राजस्व ग्राम मदारा तहसील महसी ब्लाक तेजवापुर के मूल निवासी थे। वहाॅ पर इनके हिस्से में लगभग 20 बीघा भूमि थी। इनके पति नशे के आदी थे जिसके फलस्वरूप अपनी भूमि विक्रय कर दिये। विक्रय करने के पश्चात ग्राम ढोढायल के मजरा लालापुरवा में रहने लगे। लालापुरवा मजरा ढोढायल में करीब 10-12 वर्ष से रह रहे थे। मजरा लालापुरवा में मृतिका के पारिवारिक लोग भी रहते हैं। मृतिका के 02 लड़के हैं। गोपी शर्मा आयु 55 वर्ष व पप्पू शर्मा आयु 50 वर्ष। गोपी शर्मा बम्बई में सपरिवार रहता है जो 1000-1500 रूपये अपने पारिवारिक भाई सिपाही लाल के खाते में हर महीने भेजता था। दूसरा पुत्र पप्पू शर्मा जिसकी आयु 50 वर्ष है जा मानसिंक रूप से अस्वस्थ व अविवाहित है तथा मृतिका के साथ रहता हे। मरने के बाद महिला के पास 2600 रूपये नकद पाये गये थे। आर्थिक स्थिति सामान्य थी तथा मृतिका वृद्ध व बीमार रहा करती थी जिसका इलाज इनके पारिवारिक भतीजे सिपाहीलाल द्वारा कराया जाता था। मृतिका तारावती अपने लड़के पप्पू शर्मा के साथ ग्राम में झोपड़ी बनाकर रहती थी। पप्पू शर्मा के नाम अन्त्योदय कार्ड संख्या 21820868213 बना है। मृतिका के भतीजे सिपाहीलाल पप्पू शर्मा के साथ जाकर हर महीने अन्त्योदय का राशन 35 किलोग्राम लाते थे एवं सिपाहीलाल तथा इनके परिवार के देवीपाटन खाना बनाकर देते रहे हैं। राशन इनका भतीजों के पास रहता है जिसे कभी इनकी झोपड़ी में लाकर बनाकर खिलाता था तथा कभी अपने घर से सिपाहीलाल व देवीपाटन बनाकर देते रहे हैं। मृतिका व उनके लड़के को खाने की कोई समस्या नहीं थी। पिछले माह 08 सितम्बर को कोटेे से राशन ले कर आये थे। मृतिका को राशन व पैसे की समस्या नहीं थी। मृतिका व उसके पति ग्राम मदारा के निवासी थे जो लगभग 10-12 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत ढोढायल के मजरा लालापुरवा में आकर रहने लगे। आवास देने का निर्धारण 2011 की बी.पी.एल. सूची के अनुसार निर्धारित होता है। वर्ष 2011 की सूची में ग्राम ढोढायल में इनका नाम नहीं था क्योंकि वह उस समय ग्राम ढोढायल के निवासी नहीं थे। मृतिका के पुत्र पप्पू पुत्र बाबूलाल का नाम आवास प्लस की सूची में क्रमांक 46 पर दर्ज है। जाॅच में यह भी पाया गया कि मृतिका तारावती को वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी किन्तु आधार कार्ड लिंक न हो पाने के कारण पेंशन मिलना बन्द हो गया। क्योंकि आधार कार्ड बनाने वाली मशीन में मृतिका के उंगलियों के निशान व आॅख की पुतली नहीं आ रही थी। मृतिका को देवीपाटन द्वारा 09 अक्टूबर 2019 को भी दोनों समय दाल, चावल, रोटी, सब्ज़ी खिलाया गया था। सिपाहीलाल द्वारा इनको भोजन बनाकर हमेशा दिया जाता रहा है। जो रिश्ते में इनके पारिवारिक भतीजे लगते हैं और गाॅव में ही रहते हैं। जाॅच में पाया गया कि मृतिका की मृत्यु बीमारी व अधिक उम्र होने के कारण हुई है न कि भुखमरी, गरीबी व आर्थिक तंगी से। उपरोक्त तथ्यों व लोगों से पूछताछ में पाया गया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट भ्रामक, असत्य व तथ्यों से परे है। उप जिलाधिकारी महसी ने बताया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक, असत्य व तथ्यों से परे पोस्ट डालने वाले व्यक्ति के विरूद्ध तहसील प्रशासन द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
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