बहराइच 06 अगस्त। भारत नेपाल सीमावर्ती विकासखंड बाबागंज में स्थित देव संस्कृति ग्रामोदय इंटर कालेज रामपुर, रुपईडीहा में आयोजित पर्यावरण संगोष्ठी के अवसर पर विद्यालय परिसर में फलदार एवं छायाकार पौधो का रोपण कर उपस्थित छात्रों, अध्यापक, अभिभावक एवं प्रबंधन तंत्र से जुड़े हुए लोगों ने सामुहिक रूप से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। पर्यावरण संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. एम.पी. सिंह ने कहा कि तराई का क्षेत्र हमेशा से हरा भरा रहा है, यही कारण है कि यहाँ जमीन एवं पर्यावरण जीवन के अनुकूल है। डा. सिंह ने कहा कि इस भू-भाग को हरा-भरा रखने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण की आवश्यकता है। उन्होंने सभी का आहवान्ह किया कि अधिक से अधिक पौध रोपण करें ताकि इस क्षेत्र की हरियाली सदा-सदा के लिए कायम रहे। महामना मालवीय मिशन के अध्यक्ष/विद्यालय के प्रबंधक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि जिले के पर्यावरण को मानव जीवन के अनुकूल बनाये रखने के लिए जगह-जगह पर्यावरण संरक्षण गोष्ठी एवं बड़े स्तर पर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण किया जा रहा है।
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उन्होंने लोगों का आहवान किया कि जल, जंगल, जमीन व जलवायु को विषाक्त होने से बचाने के लिए सभी उपलब्ध भूमि पर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण अवश्य करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाज सेवी महंत शिवालयबाग वीरेंद्र गिरी जी महाराज ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन काल मे कम से कम 05 पौधों का रोपण कर उन्हें संरक्षित करने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान शिक्षाविद प्रवक्ता राजीव श्रीवास्तव, वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जिला उपाध्यक्ष प्राचार्य शिवपूजन सिंह ने बताया कि विद्याथियों एवं अभिभावकों के सहयोग से ब्लाक अन्तर्गत समस्त विद्यालयों में पर्यावरण गोष्ठी व वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय श्रीवास्तव, शिक्षक हीरालाल, मौजीलाल मिश्रा, अनूप सिंह, सरदार सुखविंदर सिंह, प्रखर श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में छात्र व अभिभावक मौजूद रहे। गोष्ठी के पश्चात विद्यालय की ओर से परिसर में फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण किया गया और उन्हें संरक्षित करने के संकल्प लिया गया।
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