झारखंड में मुस्लिम युवक की मॉब लिंचिंग पर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने कहा कि इस पर हमें बहुत हैरत नहीं होती. इन हादसों की तादाद इतनी हो गई है कि कोई सुनने वाला नहीं है. अब कातिल ही मसीहा इस देश मे हो गया है. 1947 के बाद से यही हो रहा है. भारत-पाकिस्तान के बीच बंटवारा नहीं होता, अब हुआ है तो भुगतिए. अभी हाल में आजम खान ने यह कहकर एक नया विवाद पैदा कर दिया कि “मदरसे नाथूराम गोडसे या प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसे लोगों को तैयार नहीं करते हैं.” खान मदरसों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. सांसद आजम खान ने पत्रकारों से कहा, “मदरसे नाथूराम गोडसे जैसे स्वभाव वाले या प्रज्ञा ठाकुर जैसी शख्सियत पैदा नहीं करते हैं.” आजम खान ने कहा, “पहले घोषणा करें कि नाथूराम गोडसे के विचारों का प्रचार करने वालों को लोकतंत्र का दुश्मन घोषित किया जाएगा और जिन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए दोषी ठहराया गया है, उन्हें पुरस्कृत नहीं किया जाएगा.” हाल में हुए लोकसभा चुनावों में आजम खान ने बीजेपी की जया प्रदा को रामपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से हराया था. आजम खान का कहना है कि वे अपनी संसदीय सीट छोड़ने और अगला विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में सोच रहे हैं.
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