बक्सर। बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलने वाली खबर सामने आई है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के क्षेत्र में आने वाले एक सरकारी अस्पताल में टॉर्च और मोमबत्ती के सहारे पोस्टमार्टम हो रहा है. दरअसल बक्सर के डेबीडेहरा गांव के पास बाइक सवार अपराधियों ने दो लोगों को गोली मार दी. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों के परिजन पोस्टमार्टम के लिए जब सदर अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने मोमबत्ती और दस्ताने की मांग की. पोस्टमार्टम रूम में लाइट नहीं होने की वजह से परिजन हंगामा करने लगे. जब इसको लेकर डॉक्टरों से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा यह सिस्टम की कमी है. इसमें वे क्या कर सकते हैं. उनके हाथ भी बंधे हुए हैं. जिन दो लोगों की हत्या हुई है उनकी पहचान सुशील पाठक और कृष्णानंद पाठक के रूप में हुई है. सुशील नागरपुर प्राथमिकी विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक थे, वहीं कृष्णानंद पीएनबी का ग्राहक सेवा केन्द्र चलाते थे. बताया जा रहा है कि दोनों शख्स बैंक से पैसे निकालने गए थे और वहां से लौटने के दौरान अपराधियों ने गोली मार दी. गोलियों की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. अपराधियों के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम दिया जाना राज्य सरकार के सुशासन के दावे पर भी सवाल खड़ी कर रही है.
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