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Wednesday, February 12, 2025 3:45:19 PM

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पीसीएसआर सिस्टम से फसलों में कीट/रोग का निदान 48 घण्टों में, मैसेज अथवा व्हाट्सएप से मोबाइल पर देनी होगी सूचना 

पीसीएसआर सिस्टम से फसलों में कीट/रोग का निदान 48 घण्टों में, मैसेज अथवा व्हाट्सएप से मोबाइल पर देनी होगी सूचना 

बहराइच 31 मई। प्रदेश सरकार की ओर से संचालित किये जा रहे पार्टीसिपेट्री क्राप सर्विलांस एण्ड रिस्पांस (पीसीएसआर) सिस्टम से फसलों के उपचार की त्वरित जानकारी किसानों को मिल सकेगी। पीसीएसआर सिस्टम पर प्राप्त हुई समस्याओं पर राज्य मुख्यालय पर स्थापित कृषि विभाग का सर्विलांस सिस्टम तुरन्त हरकत में आकर सम्बन्धित जनपद के जिला कृषि रक्षा अधिकारी के माध्यम से 48 घण्टे के अन्दर फसलों की समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करायेगा। यह जानकारी देते हुए जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा ने बताया कि फसल में कीट/रोग की स्थिति या किसी भी तरह का परिवर्तन दिखाई देने पर सम्बन्धित किसान को शासन द्वारा उपलब्ध कराये गये मोबाइल नम्बर 9452247111 अथवा 9452257111 पर व्हाट्सएप अथवा मैसेज के माध्यम से सन्देश देना होगा। शासन द्वारा निर्धारित मोबाइल नम्बरों पर मैसेज अथवा व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना प्राप्त होते ही राज्य मुख्यालय पर स्थापित सर्विलांस सिस्टम के कम्प्यूटर आपरेटर्स इसे डाउनलोड कर विभागीय वेबसाइट यूपीएग्रीकल्चर डाट काम के माध्यम से सम्बन्धित जिले के कृषि रक्षा अधिकारी को किसान की समस्या से अवगत करायेंगे। जिला कृषि रक्षा अधिकारी का उत्तरदायित्व होगा कि वह 02 दिवस के अन्दर समस्या का निस्तारण कर सम्बन्धित किसान को एसएमएस भेजेंगे।
मोबाइल नम्बरों पर मैसेज अथवा व्हाट्सएप भेजने के सम्बन्ध में किसानों को सुझाव दिया गया है कि समस्या लिखते समय अपना पूरा नाम व पता भी अनिवार्य रूप से अंकित करें यदि कोई असुविधा न हो तो रोगग्रस्त फसल/पौधे का फोटो भी डाल सकते हैं। इसके अलावा इच्छुक किसान विभागीय वेबसाइट यूपीएग्रीकल्चर डाट काम पर भी पीसीएसआर सिस्टम को खोलकर अपनी समस्या को अंकित कर सकते हैं। पंजीकृत किसान फसलों में कीट/रोग लगने की दशा में केवल पंजीकरण नम्बर लिखने के बाद समस्या को अंकित कर भेज सकते हैं। पार्टीसिपेट्री क्राप सर्विलांस एण्ड रिस्पांस (पीसीएसआर) सिस्टम को प्रभावी ढंग से संचालित किये जाने के उद्देश्य से शासन की ओर से जिला कृषि रक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वह डे-बाई-डे सिस्टम की समीक्षा कर किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे। किसानों की फसल में कीट/रोग लगने की ऐसी समस्याएं जिनका निस्तारण मुख्यालय व क्षेत्रीय स्तर पर संभव न हो, तो ऐसे मामलों में जिला कृषि रक्षा अधिकारी किसानों की उन समस्याओं को कृषि विश्वविद्यालयों को स्थानान्तरित करेंगे। जहाॅ पर इनका समाधान कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से कराया जायेगा। श्री वर्मा ने बताया कि इस सिस्टम की सहायता से समय-समय पर कीट/रोगों से निदान मिलने से किसानों को काफी सुविधा होगी। जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा ने बताया कि फसल में कीट/रोग के प्रकोप की दशा में पीसीएसआर सिस्टम के अलावा उनके मोबाइल नम्बर 9839206867 पर भी सम्पर्क कर कीट/रोग के नियंत्रण के सम्बन्ध में उचित सलाह प्राप्त कर सकते हैं। कीट/रोग से बचाव के लिए आवश्यक कृषि रक्षा रसायन जिले की सभी कृषि रक्षा इकाईयांे पर अनुदानित मूल्य पर उपलब्ध है। श्री वर्मा ने बताया कि अनुदान सीमित है इसलिए प्रथम आवक प्रथम पावक के आधार पर कृषि रक्षा रसायनों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि कीट/रोग का सही समय पर निदान कर अच्छी उत्पादकता प्राप्त करें।

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