हजारीबाग। जिलान्तर्गत इचाक गांव में बुधवार की सुबह तब सनसनी फैल गई, जब वहां झाड़ियों में एक युवक का अधजला शव मिला। मृतक एक मजदूर था और वह पत्थर तोड़ने वाली फैक्ट्री में काम करता था। पुलिस की जांच में पता चला कि, मृतक पुन्नो साव की पत्नी सरस्वती देवी के साथ उसी फैक्ट्री के मालिक के नाजायज संबंध थे, जिसमें मृतक कर्मचारी था। सरस्वती भी इसी फैक्ट्री में मजदूरी करती थी। मंगलवार की रात फैक्ट्री मालिक ने ही पुन्नो को जिंदा जलाकर फेंक दिया था। स्थानीय पुलिस ने अधजला शरीर अपने कब्जे में लेकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा, जहां उसकी मौत हो गई। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी की पहचान रविंद्र प्रसाद मेहता के तौर पर हुई है। मामले की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि पुन्नो की हत्या उसकी मजदूरी नहीं मिलने पर शुरू हुए विवाद के कारण कर दी गई थी। हालांकि बाद में पुलिस को इस हत्या मामले में एक नई वजह का पता चला। इसी बीच साव ने अपने बयान में बताया कि फैक्ट्री मालिक मेहता ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पुन्नो साव को आग के हवाले कर दिया।
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