भाजपा के वरिष्ठ नेता और देवरिया से लोकसभा सांसद कलराज मिश्र ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा कि मैं इस बार चुनाव नहीं लड़ूंगा, मुझे पार्टी द्वारा कई अन्य जिम्मेदारियां दी गई हैं, इसलिए मेरा समय उसी के प्रति समर्पित होगा। गौर हो कि, कलराज मिश्र 2014 के लोकसभा चुनाव में सांसद बने थे। उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिली, वो केंद्रीय मंत्री बनाए गए लेकिन, 2017 में उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। क्योंकि उनकी उम्र 75 साल से ज्यादा हो गई थी। देवरिया में आपातकाल के दौरान मिश्र का लंबा समय बीता था। इस दौरान वो जेल भी गए थे। गाजीपुर जिले के सैदपुर के मलिकपुर गांव में कलराज मिश्र का जन्म एक जुलाई 1941 को हुआ, जबकि कलराज मिश्र के पूर्वज जिले के पयासी गांव के मूल निवासी हैं। 1963 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में उन्होंने गोरखपुर से राजनीतिक जीवन शुरू किया। जनता पार्टी की सरकार में पहली बार दो मार्च 1978 को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया। वह सबसे कम उम्र के राज्यसभा सदस्य थे। 1986 से वर्ष 2002 तक तीन बार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर वर्ष 1997 से 2000 के बीच कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री पद पर रह चुके हैं। 2002 से 2012 तक दो बार राज्यसभा के सदस्य चुने गए। इसी बीच वर्ष 2012 में इन्होंने लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के विधानसभा का चुनाव लड़ा। जीतकर वह तीसरे सदन विधानसभा में पहुंच गए। 16वीं लोकसभा की हुई मतगणना में उन्हाेंने 365386 वोटों से जीत दर्ज कर चौथे सदन में उपस्थिति दर्ज करा दी है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






