गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में होली के ठीक तीन दिन पहले दो मंदिरों में मूर्तियों को खंडित कर सड़क पर फेंककर तनाव पैदा करने का प्रयास किया गया. लेकिन, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की जागरूकता और समझ ने इस प्रकार के प्रयास को असफल कर दिया. पुलिस प्रशासन ने मूर्तियों को वहां से हटवा दिया और आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए वहां पर फोर्स तैनात कर दी. पहला मामला शाहपुर इलाके के पादरी बाजार के नटवीर बाबा मंदिर का है. यहां पर रविवार की रात नटवीर बाबा मंदिर में आधा दर्जन मूर्तियों को तोड़कर खंडित कर दिया गया. यहां से 100 मीटर की दूरी पर पिपराइच इलाके के विद्युत बिल जमा केन्द्र के सामने भगत चौराहा पर दो मूर्तियों को तोड़कर सड़क पर फेंक दिया गया. घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंच गई और लोगों को सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए फोर्स लगा दी. लोगों को ये भी समझाया गया कि ये किसी सिरफिरे या मानसिक रूप से बीमार शख्स की शरारत भी हो सकती है. घटना स्थल पर सीओ गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह, सीओ एलआईयू और इंस्पेक्टर शाहपुर राकेश चंदेल समेत थाना शाहपुर के कई पुलिस चौकियों की पुलिस तैनात कर दी गई. जनता के आक्रोश को देखते हुए खंडित मूर्तियों को जोड़ कर खड़ा कर दिया गया. यहां से मात्र 100 मीटर की दूरी पर पिपराइच इलाके के तरफ विद्युत बिल जमा केन्द्र/शिकायत केन्द्र के ठीक सामने भगत चौराहा पर पीपल के पेड़ के नीचे स्थित मूर्तियों को तोड़कर सड़क पर फेंक दिया गया. पिपराइच क्षेत्र के हैदरगंज गांव में प्राचीन शिव मंदिर के अंदर बना गुम्बद तोड़ दिया गया. सूचना पर पहुंची शाहपुर पुलिस दोनों मंदिरों में आनन-फानन में मूर्तियों को ईंट के सहारे खड़ा कर दिया. सीओ गोरखनाथ ने कपड़ा मंगवाकर मूर्तियों को ढकवाया. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार जनता से अपील कर रही है और गश्त जारी है. वहीं पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि घटना को अंजाम देने वाले शरारतीतत्वों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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