प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कर्नाटक सरकार की कर्जमाफी योजना को किसानों के साथ क्रूर मजाक बताया था. उन्होंने कहा था कि 44,000 करोड़ रुपये की कर्जमाफी का लाभ महज 800 किसानों को ही मिल पाया. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने रविवार को प्रधानमंत्री द्वारा कर्जमाफी पर इस टिप्पणी को गलत, असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उनके सवालों का सिलसिलेवार जवाब दिया.मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए कर्जमाफी हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है और यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिसके तहत अहम भुगतान भी किए गए हैं, लेकिन यह दुखद है कि वो (प्रधानमंत्री) को इसमें क्रूर मजाक दिखाई देता है. इस योजना के बारे में पूरे तथ्य को जाने बिना वे देश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं. माननीय प्रधानमंत्री कोई भी गलत टिप्पणी करने से पहले किसानों की कर्जामाफी से जुड़े तथ्यों और अपडेट्स को नोट कर सकते हैं:
1. किसानों की कर्जमाफी एक खुली किताब है और इसकी जानकारी ऑनलाइन उप्लब्ध है, जबकि अन्य राज्यों में ऐसा नहीं है.2. कर्नाटक सरकार ईमानदारी से टैक्स भरने वाले लोगों का पैसा सावधानी से हैंडल कर रही है ताकि यह सही किसानों तक पहुंचे.3. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हरेक असली किसान को इसका लाभ मिले.4. इसमें सभी तरह के बिचौलियों, खासतौर से कोऑपरेटिव सेक्टर को अलग किया गया. 5. अन्य राज्यों ने भी हमारे सिस्टम में दिल्चस्पी दिखाई है. जिसमें आधार, लैंड रिकॉर्ड और राशन कार्ड का इलेक्ट्रॉनिक प्रमाणीकरण से असली किसानों की कर्जमाफी सुनिश्चित हो पाई है.6. अब तक 60,000 किसानों को 350 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में दिए गए हैं.7. हर हफ्ते इन किसानों के बचत व लोन खाते में सीधा भुगतान किया जा रहा है.8. अगले हफ्ते 1 लाख किसानों को 400 करोड़ रुपये का भुगतान होगा.9. 21 लाख कर्जदार किसानों में से पिछले 10 दिनों में 8.5 लाख किसानों ने अपने आधार, राशन कार्ड जमा कराए हैं.10. हम जनवरी 2019 तक सभी असली किसानों की कर्जमाफी का काम पूरा कर लेंगे.11. अधिकारियों ने इस योजना में बड़ी दिल्चस्पी दिखाई और वे प्रथमिकता के आधार पर जनवरी तक इस कार्य को पारदर्शी तरीके से पूरा कर इस योजना को सफल बनाएंगे. 12. कर्जमाफी के पैसों का जिलावार ब्यौरा संलग्न है.मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी द्वारा प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इन तथ्यों के बावजूद माननीय प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह की टिप्पणी की उम्मीद नही की जाती. हमारी लगातार गुजारिश के बाद भी केंद्र सरकार किसानों की मदद के लिए आगे नहीं आया और अब माननीय प्रधानमंत्री का राजनीतिक लाभ के लिए गलत टिप्पणी करना और राज्य सरकार को नीचा दिखाना अनुचित है. कुमारस्वामी ने अपने स्पष्टीकरण में दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन पर केंद्र की बेरुखी को याद करते हुए कहा कि किसानों की कर्जमाफी के लिए कर्नाटक सरकार के गंभीर प्रयास का मजाक उड़ाना बेहद अवांछनीय है.आपको बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने राज्य में सूखा राहत के लिए फंड को लेकर चर्चा की थी.
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