सियासी गलियारे में एक लंबे वक्त से जो कयास लगाए जा रहे थे उस पर अब पूरी तरह से विराम लग गया. आरएलएसपी अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन का दामन थाम लिया है. महागठबंधन में शामिल होते हुए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की कथनी और करनी एक जैसी है. कुशवाहा ने तीन राज्यों में किसानों की कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस की सराहना की. उन्होंने कहा,”राहुल गांधी ने अपने वादे को पूरा किया. उनकी कथनी और करनी में समानता है.”उपेंद्र कुशवाहा ने कहा,” मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. एक तरफ पहले मेरा अपमान किया गया तो दूसरी तरह बाहें फैलाकर स्वागत किया गया. राहुल गांधी और लालू यादव की तरफ से जो उदारता दिखाई गई, उसके लिए आभारी हूं.”कुशवाहा ने आगे कहा,” NDA से अलग होते समय भी मैंने कहा था कि विकल्प खुले हैं और आज हमने UPA में आने का फैसला कर लिया. मैंने हमेशा बिहार के सामाजिक न्याय की चिंता की है. बिहार में लोगों का, युवाओं का दूसरे प्रदेशों में पलायन जारी है, ये ठीक नहीं है. बिहार के विकास के लिए हमारी पार्टी प्रतिबद्ध है लेकिन इसे कमजोर करने की कोशिश सीएम नीतीश कुमार ने दिल्ली के साथ मिलकर की.”गुरुवार शाम प्रेस कॉन्फेंस कर उन्होंने महागठबंधन में शामिल होने का एलान किया. इस मौके पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, बिहार के वरिष्ठ नेता शरद यादव हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी भी मंच पर मौजूद थे.बता दें कि लोक सभा सीटों के बंटवारे से नाराज कुशवाहा हाल में ही NDA से अलग हुए थे. NDA से अलग होने के बाद से ही उनके महागठबंधन में शामिल होने के कयास लग रहे थे जिसकी आज आधिकारिक घोषणा हुई.बिहार में अब महागठबंधन के सभी राजनीतिक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर जल्द एलान हो सकता है. इससे पहले खबर आई थी कि कुशवाहा की पार्टी की 4 से 5 सीटों पर बात बन गई है. बता दें कि अब बिहार के महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव की आरजेडी, कांग्रेस, कुशवाहा की आरएलएसपी और शरद यादव की लोकतांत्रित जनता दल शामिल हो गई है.इस मौके पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह संविधान को बचाने की लड़ाई है. यह देश को बचाने की लड़ाई है. यह उनके खिलाफ लड़ाई है, जिन्होंने जनता को सिर्फ धोखा देने का काम किया है.उन्होंने कहा,”बिहार में महागठबंधन परिवार बढ़ रहा है. यह दलों का नहीं, ‘जनता के दिलों” का गठबंधन है.यह मुद्दों का गठबंधन है. किसानों और नौजवानों से ‘नए क़रार’ का गठबंधन है. यह सामाजिक न्याय के प्रति नई प्रतिबद्धता का गठबंधन है. भीड़तंत्र और तानाशाही के ख़िलाफ़ ये जनता के लिए जनता का गठबंधन है.”वहीं बिहार में कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में शामिल हुए हैं.
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