Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Thursday, February 13, 2025 10:04:40 PM

वीडियो देखें

BJP को JDU की नसीहत -अपने सहयोगियों को अधिक गंभीरता से लेना चाहिए

BJP को JDU की नसीहत -अपने सहयोगियों को अधिक गंभीरता से लेना चाहिए

सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बीजेपी को नसीहत दी है कि वो अपने सहयोगियों को गंभीरता से लेना शुरू करे. एक रिपोर्ट के अनुसार JDU प्रवक्ता के.सी त्यागी ने कहा की ‘बीजेपी को विपक्षी महागठबंधन की काट के लिए अपने गठबंधन को विस्तार देने के लिए कदम उठाने चाहिए.’
पांच राज्यों के विधानसभा नतीजे आने के बाद त्यागी ने कहा कि बीजेपी को कारगर गठबंधन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ज्यादा समन्वय के साथ काम करना चाहिए. त्यागी ने कहा कि बीजेपी को अपने सहयोगियों को अधिक गंभीरता से लेना चाहिए और बेहतर होगा कि राज्यों में चुनाव NDA के बैनर तले ही लड़े जाएं. बीजेपी अगर नीतीश कुमार से ज्यादा संपर्क रखेगी तो हम गठबंधन के तौर पर अधिक कारगर रहेंगे.त्यागी के मुताबिक NDA को 2019 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से बनाए जा रहे महागठबंधन की चुनौती का सामना करने के लिए मजबूत गठबंधन बनाने की जरूरत है. JDU नेता ने कहा कि केंद्र को किसानों, आदिवासियों और युवाओं के मुद्दों को और अच्छी तरह से निपटना चाहिए था, सरकार ने असंतोष के लिए काफी जगह छोड़ दी. नोटबंदी पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए केसी त्यागी ने कहा, ‘अब ये साफ है कि इस कवायद का काले धन पर कोई असर नहीं पड़ा. किसानों के मुद्दों और चिंताओं को ज्यादा सावधानी और पारदर्शिता से निपटा जाना चाहिए था.’
JDU प्रवक्ता ने कहा, ‘2014 के नरेंद्र मोदी बेहतर थे. तब फोकस विकास, महंगाई रोकने, भारत को विविधतापूर्ण बनाने पर था, लेकिन भारत ने क्या देखा- गाय, पहलू खान, अखलाक, शहरों के नाम बदलने जैसे मुद्दों को सबसे आगे. ये सारे मुद्दे किसी सांस्कृतिक क्रांति को लाने के लिए नहीं बल्कि धमकाने वाली प्रवृत्ति के ज्यादा थे.’
त्यागी ने कहा, ‘बीजेपी नेताओं की राम मंदिर को लेकर बातें और भाषण भ्रामक और उकसाने वाले थे. ये सुप्रीम कोर्ट की ओर से तय की गई भावनाओं के खिलाफ था. इस तरह के संदेश को दिए जाने से बचा जाना चाहिए था.’ त्यागी ने जोर दिया कि 2019 चुनाव का फोकस लोगों और गरीबों की भलाई के लिए बनाई जाने वाली नीतियों पर होना चाहिए.

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *