बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन में शामिल होने का इशारा करते हुए टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. इससे पहले वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सुप्रीमो शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन फारूक अब्दुल्ला से मिले थे. उन्होंने कहा कि यह ‘लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ’ अभियान के लिए है.राहुल ने चंद्रबाबू नायडू से मिलने के बाद बताया, ‘हमारी मुलाकात अच्छी रही. इसका सार यह रहा कि हमें लोकतंत्र और देश के भविष्य को बचाना है. इसलिए हम साथ काम करने को तैयार हैं, सभी विपक्षी दलों को साथ आना चाहिए.’वहीं नायडू ने कहा, ‘देश बचाने के लिए हम साथ आ रहे हैं. हम पिछली बातें भूलनी होगी, अब एकजुट होने की लोकतांत्रिक जरूरत है. सभी विपक्षी दलों को एक होना होगा.’राहुल और चंद्रबाबू की मुलाकात काफी अहम है क्योंकि दोनों की पार्टियों पिछले 30 साल से एक दूसरे की विरोधी रही है. दोनों के बीच तेलंगाना विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने की सहमति पहले ही हो चुकी है. अब माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए भी कांग्रेस और टीडीपी हाथ मिलाएगी.दिल्ली में नायडू से मिलने के बाद पवार ने संवाददाताओं से कहा,”ईडी, सीबीआई और आरबीआई की स्थिति बिगड़ रही है. संस्थानों पर हमला हो रहा है. इस वक्त देश और लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है. चंद्रबाबू नायडू सभी नेताओं से बात करेंगे और एक बैठक बुलाएंगे.”इससे पहले टीडीपी ने एक आधिकारिक बयान में देश के बदलते राजनीतिक हालत में किसी बड़ी घोषणा किए जाने का इशारा किया है. पार्टी ने ये भी कहा कि नायडू बीजेपी के खिलाफ समान विचारधारा वाली पार्टियों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.आंध्र के मुख्यमंत्री की ये हफ्ते भर में दूसरी दिल्ली यात्रा है. इससे पहले बीते शनिवार को नायडू ने दिल्ली पहुंचकर मायावती, शरद यादव और अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेताओं से बैठक की थी.टीडीपी के बयान में ये भी कहा गया कि देशहित में नायडू बीजेपी और एनडीए गठबंधन को हराने के लिए अलग-अलग दलों को एकजुट करने का काम करेंगे.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






