बिहार लोकसभा चुनावों के मद्देनजर एनडीए गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लोकसभा सीट बंटवारे के प्रस्ताव ठुकरा दिया है. केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी के बीस-बीस सीटों के बंटवारे के फार्मूले को मानने से इनकार कर दिया है.बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के 20/20 फॉर्मूले के मुताबिक, बिहार की चालीस लोकसभा सीटों में से 20 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ती, वहीं बाकी की 20 सीटें एनडीए की अन्य सहयोगी दलों को मिलतीं. इस फॉर्मूले के मुताबिक 12 सीटें जेडी (यू) को, जबकि रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को 6 और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी को दो सीटें मिलनी तय की गई थी.हालांकि इस फॉर्मूले पर अपनी जताते हुए कुशवाहा ने पटना में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, ‘मैं क्रिकेट नहीं खेलता और मुझे ये 20-20 फॉर्मूला भी समझ नहीं आता. इसकी जगह मैं ‘गिल्ली डंडा’ खेलना पसंद करूंगा.’वहीं जब कुशवाहा से पूछा गया कि क्या उनकी आपत्तियों को लेकर बीजेपी ने उनसे संपर्क किया है, तो आरएलएसपी प्रमुख ने कहा, ‘जब तक इसके कोई ठोस नतीजे नहीं निकलते, तब तक मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.’जब उनसे ‘गिल्ली डंडा’ का मतलब पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए जवाब दिया,”कुछ दिन का इंतजार करिए, सब कुछ जल्दी ही साफ हो जाएगा.”एनडीए की सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू पर सत्ताधारी गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर कन्फ्यूजन पैदा करने का आरोप लगाया.आरएलएसपी की ओर से जेडीयू के लिए ये प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब जेडीयू अमित शाह के साथ दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर फैसला कर रहे हैं.सूत्रों ने कहा, कुशवाहा की पार्टी को 40 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 2 सीटें ही मिलने वाली हैं. नीतीश कुमार के करीबी और नेशनल जनरल सेक्रेटरी आरसीपी सिंह ने दावा किया है कि सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है.आरएलएसपी के प्रवक्ता माधव आनंद ने कहा,”जब से नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ वापस गठबंधन किया है, तभी से कन्फ्यूजन की स्थिति बनी हुई है. उनकी पार्टी हमेशा ही गठबंधन में बिग ब्रदर होने का दावा करती रही है और मुख्यमंत्री के चेहरे को लोकसभा चुनाव में गठबंधन का चेहरा बनाया जाता है.”आनंद ने कहा,”जुलाई में पटना में शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही कुमार ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर व्यवस्था 4 से 5 हफ्तों में हो जाएगी. उन्हें हमें बताना चाहिए कि उन दावों का क्या हुआ, जबकि अब दो महीने बीत चुके हैं.”
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






