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Friday, February 14, 2025 7:59:17 PM

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अन्ना हजारे अपनी मांगों को लेकर छठे दिन भी डटे,ठुकराई सरकार की पेशकश

अन्ना हजारे अपनी मांगों को लेकर छठे दिन भी डटे,ठुकराई सरकार की पेशकश

समाजसेवी अन्ना हजारे अपनी मांगों को लेकर रामलीला मैदान में बुधवार को छठे दिन भी डटे हुए हैं. मंगलवार को भी महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश दत्तात्रेय महाजन अन्ना से बातचीत करने के लिए पहुंचे थे. गिरीश ने अन्ना को सरकार की तरफ से तैयार 11 सूत्रीय ड्राफ्ट भी दिया था लेकिन अन्ना ने इसे ठुकरा दिया.मिल रही जानकारी के मुताबिक, अन्ना की मांगों के मुताबिक एक नया ड्राफ्ट लेकर गिरीश आज फिर रामलीला मैदान पहुंचेंगे. अगर इस ड्राफ्ट पर सहमति बन गई तो महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस खुद अन्ना का उपवास ख़त्म करवाने रामलीला मैदान जा सकते हैं. मीडिया से बातचीत में अन्ना ने साफ़ कहा कि सरकार की तरफ से अभी तक जो भी बातचीत की गई है वो सारी झूठ पर टिकी हुई है.सरकारी ड्राफ्ट में अन्ना को क्या नहीं पसंद
अन्ना आंदोलन के प्रवक्ता जयकांत मिश्रा के मुताबिक सरकार किसानों से जुड़ी मांगों पर सहमत है. जयकांत के मुताबिक सरकार की तरफ से पेश ड्राफ्ट में कृषि उपज की लागत मूल्य के आधार पर (C3+50%) 50 प्रतिशत बढ़ाकर सही दाम मिलने, खेती पर निर्भर 60 साल उम्र के किसान और मजदूर किसानों को हर महीने 5000 रुपए पेंशन. कृषि मूल्य आयोग (CACP) को ऑटोनॉमस बनाने और किसानों की फसल के व्यक्तिगत बीमा पर सरकार राजी है. हालांकि फसल की लागत का डेढ़ गुना दाम कैसे दिया जाएगा इस पर सरकार कुछ स्पष्ट नहीं कर रही है.पूरी बातचीत लोकपाल और चुनाव सुधार से जुड़ी मांगों पर अटकी हुई है. लोकपाल से जुड़ी मांगों पर सरकार का खाना है कि इसे संसद से ही पास कराया जा सकता है इसलिए इसके लिए वक़्त चाहिए. अन्ना वक़्त देने के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार को लिखकर देना होगा कि किस तारीख तक ये पारित हो जाएगा. इसके अलावा लोकपाल कानून को कमज़ोर बनाने वाली धारा 63 और 44 में किए गए संशोधन रद्द करने पर भी मामला फंसा हुआ है. चुनाव सुधर वाले मुद्दों पर सरकार का कहना है कि इन मांगों को चुनाव आयोग के पास भेजा जाएगा और इन पर आयोग की सहमति के बाद ही कुछ किया जा सकता है.इस बार अन्ना आंदोलन की मांग क्या है
किसानों के लिए
1. कृषि उपज को लागत मूल्य के आधार पर (C3+50%) 50 प्रतिशत बढ़ाकर सही दाम मिले.2. सिर्फ खेती पर निर्भर 60 साल उम्र के किसान और मजदूर किसानों को हर महीने 5000 रुपए पेंशन दी जाए.3. कृषि मूल्य आयोग (CACP) को संवैधानिक बनाया जाए और उसे ऑटोनॉमस बनाया जाए. इसमें सरकारी हस्तक्षेप न रहे.4. किसानों की फसल का सामूहिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत बीमा कराया जाए.भ्रष्टाचार
5. मौजूदा लोकपाल-लोकायुक्त कानून को अमल में लाया जाए लोकपाल की नियुक्ति हो.6. लोकपाल कानून को कमज़ोर बनाने वाली धारा 63 और 44 में किए गए संशोधन रद्द हों.7. केंद्र के लोकपाल के तहत हर राज्य में लोकायुक्त की नियुक्ति हो.चुनाव सुधार
8. बैलेट पेपर पर उम्मीदवार की कलर फोटो को ही उसका चुनाव चिन्ह बनाया जाए.9. वोटों की गिनती के लिए टोटलाइजर मशीन का इस्तेमाल हो.10. NOTA को ही राइट टू रिजेक्ट बनाया जाए.11 राइट टू रिकॉल का अधिकार जनता को दिया जाए.अनशन के पांचवें दिन क्या हुआ
मिली जानकारी के मुताबिक अन्ना की 11 सूत्रीय मांगों पर प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्रियों के बीच चर्चा हुई थी. इसके बाद मंगलवार देर शाम महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश दत्तात्रेय महाजन अन्ना से मिलने रामलीला मैदान पहुंचे थे. अन्ना और गिरीश के बीच बंद कमरे में दो घंटे से ज्यादा बातचीत भी हुई लेकिन बात नहीं बन पाई. मंत्री ने अन्ना के सामने मांगों से जुड़े 15 पेजों का ड्राफ्ट पेश किया था. बता दें कि अनशन के चलते अन्ना का वज़न 5.3 किलो तक कम हो चुका है और डॉक्टर्स ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है.अनशन के पांचवें दिन रामलीला मैदान में भीड़ और दिनों से अधिक रही. सरकार की ओर से मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू करने से धरनास्थल पर जुटे किसान उत्साहित दिखे. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान परिवार समेत धरना स्थल पर बैठे हैं. कई ऐसे संगठन भी यहां पहुंचे हैं जो लंबे समय से अपनी मांगों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.

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