देश में 200 साल पुराने एक युद्ध की बरसी पर भड़की हिंसा की आग अभी शांत ही हुई थी कि भाजपा की एक मंत्री के महर्षि वाल्मिकी को डाकू कह देने से विवाद बढ़ गया. हालांकि जल्द ही यह मामला शांत भी हो गया.घटना मध्यप्रदेश की है, जहां मंदसौर में राज्य की महिला और बाल कल्याण मंत्री अर्चना चिटनिस ने एक कार्यक्रम के दौरान रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मिकी को डाकू कह दिया. उनके द्वारा वाल्मिकी को डाकू कहे जाने से वाल्मिकी समुदाय के लोग भड़क गए और उन्होंने वहां हंगामा खड़ा कर दिया.भाजपाशासित राज्य में मंत्री चिटनिस के भाषण के दौरान ही वहां विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू हो गई, जिसके बाद उन्होंने खुद माफी मांग कर हंगामे को शांत कराने की कोशिश की.चिटनिस यहां संजय गांधी उद्यान में अखिल भारतीय वाल्मिकी समुदाय के एक अधिवेशन में हिस्सा ले रही थीं. चिटनिस के भाषण के दौरान ही वाल्मिकी समुदाय के लोग उनका विरोध करने लगे और उनकी ओर से वाल्मिकी को डकैत कहे जान को अपमान के तौर पर लिया.इस भाषण से वाल्मिकी समुदाय के लोग काफी उग्र हो गए और उन्हें बड़ी मुश्किल से शांत कराया जा सका. पूरे प्रकरण पर मंत्री चिटनीस ने सफाई दी और कहा,”मैं तो केवल उस इतिहास को दुरुस्त करने की बात कर रही थी जो ब्रिटिश काल में लिखा गया था. मैं तो वाल्मीकि जी की महानता और एकता के बारे में बता रही थी, लेकिन अगर मेरे एक घंटे के भाषण के दौरान शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हो तो इसके लिए माफी मांगती हूं.”
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