शाहजहांपुर, छुटपुट विवादों के लिए अब किसी को थाने-चौकी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे। समस्याओं का निस्तारण मुकदमा दर्ज करने के बजाय पुलिस-पब्लिक संवाद केंद्र पर कराया जाएगा। यहीं नहीं कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए भी पब्लिक के विचार पता किए जाएंगे। केंद्र बनाने के लिए नगर निगम प्रशासन को बजट भी मिल गया है।
नगर निगम को स्मार्ट सिटी में शामिल करने के बाद ई- गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी के तहत नगर निगम प्रशासन तीन करोड़ 69 लाख 52 हजार रुपये से कई कामों को पूरा कराएगा। जिसमे सबसे ज्यादा फोकस स्मार्ट पुलिसिंग पर किया जा रहा है। ताकि युवा पीढ़ी को गलत राह पर जाने से रोका जाए। उनके स्तर पर हाेने वाले छुटपुट विवादों को पुलिस व स्वजनों के मध्य आपसी सहमत से निटाया जा सके। इससे मुकदमे के फेर से भी लोगों को निजात मिलेगी साथ ही समाज में आपसी भाईचरा भी बढ़ेगा।
खुलेगी नियमों की पाठशाला
नगर निगम प्रशासन यातायात एवं आपदा प्रबंधन की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक हॉल भी बनाएगा। ताकि उसमे बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी हो सके। इसके तहत शिक्षण संस्थाओं से ट्रैफिक पुलिस संपर्क करेगी। चिन्हित बच्चों को इस हाल में समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाएगा। हाल बनाने के लिए भूमि का चयन भी अंतिम चरण में है। संभावना जताई जा रही है कि गांधी भवन परिसर में ही इसका निर्माण कराया जाएगा।
खुलेगी आर्ट गैलरी
नगर निगम प्रशासन ने गांधी भवन परिसर में आर्ट गैलरी खोलने का भी प्रस्ताव तैयार करा लिया है। संभावना जताई जा रही है कि जनवरी माह में आर्ट गैलरी बनाने का कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
क्या बोले अधिकारी
स्मार्ट सिटी के तहत अधिक से अधिक कार्यों को कराने के लिए प्रस्ताव बना लिए गए है। ई- गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी के तहत होने वाले कार्य भी जनवरी माह में शुरू हो जाएंगे।
-संतोष शर्मा, नगर आयुक्त
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