बहराइच 14 अप्रैल। आकांक्षात्मक जनपदों के लिए नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश, कौशल विकास व बुनियादी ढॉचा इत्यादि की समीक्षा करते हुए केन्द्रीय राज्यमंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भारत सरकार डॉ. संजीव कुमार बालियान ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मा. जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी व विकास योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करें तथा योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में फीड बैक प्राप्त कर तद्नुसार कार्यवाही करते हुए यह सुनिश्चित करें कि समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के योजनाओं का लाभ प्राप्त हो।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच की पौराणिक व भौगोलिक स्थिति, पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं, कृषि विशेषकर जैविक खेती तथा औद्यानिक खेती के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं के साथ साथ कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना से कृषि प्रधान जनपद में आर्थिक विकास की संभावना पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक जनपद के लिए नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों विशेषकर स्वास्थ्य एवं पोषण तथा शिक्षा के क्षेत्र में अर्जित की गयी उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि वर्ष 2018 में चयनित होने के पश्चात सभी सूचकांकों में 20 से 25 प्रतिशत की प्रगति हुई है।
मा. मंत्री डॉ. बालियान ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद में कार्य करने के अवसर को सम्बन्धित अधिकारी व डेवलपमेन्ट पार्टनर व गैर सरकारी संगठन चुनौती के साथ-साथ अवसर के रूप में भी स्वीकार करें। मा. मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र के नेतृत्व में सभी अधिकारी तथा एनजीओ टीम भावना के साथ कार्य करते हुए ऐसा प्रयास करें कि आकांक्षात्मक जनपद शीघ्र ही सामान्य जनपद की श्रेणी में आ जाये। डॉ. बालियान ने निर्देश दिया कि जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने के साथ-साथ सक्षम अधिकारी अपने स्तर पर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की समीक्षा करते रहें। डॉ. बालियान ने यह भी निर्देश दिया कि आशाबहुओं सहित अन्य ग्राम स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के वेतन भुगतान इत्यादि में अनावश्यक विलम्ब न किया जाय।
बैठक में मौजूद गैर सरकारी संगठनों से जानकारी प्राप्त करने पर सेव द चिल्ड्रेन द्वारा बताया गया कि उनकी संस्था निमोनिया, कोविड-19 प्रबन्धन व टीकाकरण, आगा खां फाउण्डेशन द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, मोबियस फाउण्डेशन द्वारा बताया गया कि उनकी संस्था परिवार नियोजन के क्षेत्र में कार्य कर रही है। जबकि पिरामल फाउण्डेशन द्वारा जानकारी दी गयी मोबिलाइज कर लोगों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में मौजूद यूपीटीएसयू द्वारा अवगत कराया गया कि उनकी संस्था टीकाकरण, पोषण एवं परिवार नियोजन के क्षेत्र में कार्य कर रही है। डॉ. बालियान ने गैर सरकारी संगठनों को निर्देश दिया कि जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक विभागों से समन्वय स्थापित कर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों को पूरी क्षमता के साथ धरातल पर लागू करायें ताकि शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराया गया जनपद विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में बीएसएनएल में नेटवर्क की समस्या बनी रहती है। सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा नेटवर्क की समस्या का समाधान कराये जाने की अपेक्षा की गयी साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य तथा अन्य क्षेत्रों में बेहतरी लाये जाने के दृष्टिगत अनके महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये गये।
इस अवसर पर सांसद बहराइच अक्षयवर लाल गोंड, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी व बलहा की श्रीमती सरोज सोनकर, विधान परिषद सदस्य डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी, मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्रा सहित अन्य अधिकारी, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
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