बहराइच । चित्तौरा ब्लॉक के एक ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने आवास योजना की एक लाभार्थी महिला को बकरी पालन योजना का झांसा देकर मुख्यमंत्री वर्चुअल संवाद में झूठ बोलने को विवश कर दिया । बहराइच में मुख्यमंत्री वर्चुअल संवाद का कार्यक्रम रंगमंच के किसी नाटक की तरह हो गया है । संवाद के लिए चुने गए लाभार्थी को कड़ी रिहर्सल से तैयार किया जाता है । जिसके बाद सीएम के सामने लाभार्थी किसी मंजे हुए कलाकार की तरह एक ही सांस में तमाम योजनाओं को गिना जाती है । इनमें ऐसी योजना भी शामिल हो जाती है जो वर्तमान समय में संचालित ही नहीं है । अधिकारी अपनी वाहवाही लूटने के जुनून में एक सीधे-साधे अशिक्षित लाभार्थी को योजनाओं के जाल में ऐसा फंसा देते हैं कि उसे पता ही नहीं चलता की वह उस योजना का वास्तविक लाभार्थी है भी या नहीं ।
आपको बता दें कि बीते 31 मई को चितौरा ब्लॉक के अमीनपुर नगरौर की रहने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना की लाभार्थी गुड़िया देवी से मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संवाद किया था ।इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने लाभार्थी गुड़िया से पूछा था कि उसे आवास के अलावा और किन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जवाब में गुड़िया देवी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसे बकरी पालन योजना से लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित कई योजनाओं का लाभ मिल रहा है । जबकि सच्चाई यह है कि गुड़िया के पास ना तो खुद की बकरियां है और ना ही उसे पशुपालन विभाग से किसी तरह का आर्थिक सहयोग मिला है ।
अलबत्ता उसे मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत की तरफ से छोटा सा गोट शेड बनवाने का आश्वासन जरूर दिया गया है जो कि अभी भी अधूरा पड़ा है । गुड़िया प्रदेश की पहली
लाभार्थी हैं जिन के पास खुद की बकरियां ना होने के बाद भी बकरी पालन योजना की लाभार्थी बन गई हैं और इस झूँठी उपलब्धि को सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने गर्व से बताती हैं । अपनी प्रशंसा के भूखे स्थानीय ग्राम विकास अधिकारी ने एक भोली भाली महिला का ब्रेनवाश कर मुख्यमंत्री के सामने कितनी निर्भीकता और बेशर्मी से झूठ बोलने को विवश कर दिया, गुड़िया देवी इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है ।
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