रुपईडीहा बहराइच पिछले 19 मई को पड़ोस गांव के लोगों द्वारा विशाल विश्वकर्मा को घर से बुलाकर उसकी निर्मम हत्या कर दी थी । घटना के 25 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक रुपईडीहा पुलिस खुलासा नहीं कर सकी है। इस संबंध में मृतक विशाल विश्वकर्मा की पत्नी सरिता विश्वकर्मा निवासी गनेशपुर दा0 सोरहिया थाना रुपईडीहा ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल, पुलिस अधीक्षक बहराइच व रुपईडीहा पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया है कि मेरे पति विशाल विश्वकर्मा 19 मई को सुबह लगभग 9:30 बजे रोज की तरह रुपईडीहा ड्यूटी करने के लिए तैयारी कर रहे थे। और घर में रखे मकान बनवाने हेतु 50000 हजार रुपये निकालकर जैसे घर से निकलने लगे तभी उन्हीं के साथी अनिल पांडे का फोन आता है और उनसे बात करने लगते हैं जब मैंने पूछा भी किसका फोन है तब उन्होंने बताया कि अनिल कुमार पांडे का फोन आया है। वह मुझे अपने घर बुला रहे हैं। इतना कह कर वे अपनी बाइक लेकर चले गए। मेरे पति जिस दिन घर से बाहर निकले थे उसी दिन करीब 10:30 बजे चरदा जमोग के पास प्रज्ञा मेडिकल हाल में सीसीटीवी कैमरे में मेरे पति के साथ तीन आदमी देखे गए थे। एक हमारे पति दूसरे अनिल कुमार पांडे तीसरा अज्ञात व्यक्ति मेरे पति की मोटरसाइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। उसके बाद रात्रि में रूपईडीहा पुलिस वाले आए और मुझे बताया कि तुम्हारे पति की हत्या कर दी गई है। उसके बाद जब तक मैं और मेरे परिवार के लोग रुपईडीहा थाना पहुंचते कि उससे पहले पुलिस ने मेरे पति को लावारिस लाश बताकर पीएम के लिए बहराइच भेज दिया पहले तो पुलिस ने मेरे घर आकर बताया कि आपके पति की हत्या कर दी गई है। लेकिन अब पुलिस वाले यह बता रहे हैं कि तुम्हारे पति ने जहरीला पदार्थ पदार्थ खाकर जान दे दिया है। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल फोटो से प्रतीत हो रहा है कि मेरे पति की जानबूझकर लोगों ने हत्या कर दी गई है। रुपईडीहा पुलिस ने अभी तक न तो मेरे पति का मोबाइल बरामद कराया गया और ना ही बाइक, पुलिस के रवैए से यह प्रतीत होता है कि पुलिस मेरे पति के हत्यारों से मिल गई है। जिसके कारण मेरा मुकदमा नहीं लिखा गया। दिनांक 19 -5- 2022 की घटना है और मेरा मुकदमा नहीं लिखा गया। जब मैंने पुलिस अधीक्षक बहराइच और मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा लिखने का गुहार लगाया तब जाके दिनांक 7 जून 2022 को मेरा मुकदमा एक साधारण एनसीआर में पंजीकृत किया गया और उसमे कोई कार्यवाही नहीं की गई। जो व्यक्ति हमारे पति को अपने साथ लेकर गया और उसके साथ रहते हुए यह घटना घटित की गई वह अनिल कुमार पांडे आज खुला घूम रहा है। जिससे मुझे अब यह लगने लगा है कि मेरे पति के हत्यारों से पुलिस वाले मिल गए हैं। मैं थाने को दौड़ दौड़ कर चक्कर काटकर थक गई हूं। लेकिन मुझे कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है। रुपईडीहा पुलिस से मेरा भरोसा उठ गया है और मेरे दर्द को कोई समझने वाला नहीं है। प्रशासन से और उत्तर प्रदेश की सरकार योगी जी से मैं आशा के साथ निवेदन कर रही हूं कि मेरे पति के साथ जो भी घटना घटित की गई है। उसको उच्च स्तरीय जांच करा कर मुझ को न्याय दिलाया जाये। जिससे हमारे छोटे-छोटे बच्चे मेरा एक बच्चा 6 माह का है दूसरा 4 साल का बच्चा है। मेरे घर में कोई कमाने वाला नहीं है। जिन लोगों ने मेरे साथ यह घटना घटित किया है। उनके विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाय। तथा मुझे उचित न्याय मिलना चाहिए। पुलिस सारे तत्व को छुपा रही है। सीसीटीवी फुटेज उसके पास बरामद होते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। गले में पट्टा डाल कर मेरे पति को मारा गया। निशान से साफ साफ दिखाई दे रहे था। मेरे पति ने खुद मुझसे बताया था कि मैं अनिल कुमार पांडे के साथ में जा रहा हूं लेकिन अनिल पांडे को पुलिस संरक्षण प्राप्त है और कोई कार्यवाही पुलिस नहीं कर रही है। अनिल पांडे खुला घूम रहा है और धमकी दे रहा है कि तुमको जो करना हो कर लो मेरा कुछ नहीं बिगड़ पाओगे।
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