बहराइच की अदबी फिजा बड़ी खूबसूरत रही है, यहां हमेशा बड़े-बड़े शायर व अदीब रहे हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी उर्दू जबान व अदब की खिदमत में वक्फ कर दी थी।वही जज्बा आज भी बहराइच के लोगों में पाया जाता
काव्य संग्रह गंजीना का विमोचन, और शेयरी नशिस्त का हुआ आयोजन
