बहराइच। विगत तीन सप्ताह पहले भारत के विभिन्न शहरो से चलकर एक सौ इक्कासी नेपाली मज़दूर रुपईडीहा सीमा पहुंचे थे और अपनी मांग पर अड़कर दो दिन बाद दोनो देशो के अधिकारियो की वार्ता के बाद नेपाल पहुँचे थे।
सभी मज़दूरों की ज़िद के आगे
काफी मशक्कत के बाद थक हार कर बाँके प्रशासन ने उन्हें अपने देश में सीमा के नज़दीक जयसपुर आइसोलेशन कैम्प में कवारेंटिंन करवा दिया था।
उन सबकी आर0टी0डी0 विधि द्वारा त्वरित जाँच की गयी तथा सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई।
बाँके प्रशासन अब इस बात का इंतेज़ार कर रहा है कि इन सभी लोगों को उनके घरों को रवाना कर दिया जाये। देखना है सूबे के मुख्यमंत्री क्या फैसला लेते हैं। उधर
बाँके जनपद के स्वास्थ्य प्रमुख ने बताया कि सभी मज़दूर जो भारत से पैदल चलकर नेपाल सीमा पर पहुँच गये थे उन्हें अब उन मज़दूरों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी ने राहत की सांस ली है और अब उन्हे उनके घरो तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
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