कांग्रेस के नवनिर्वाचित लोकसभा सांसदों की पहली बैठक शनिवार 1 जून को होगी. इस बैठक में कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) का नेता चुने जाने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि अभी सीपीपी की अध्यक्षता सोनिया गांधी कर रही हैं और पार्टी के सभी 52 लोकसभा सांसद बैठक में मौजूद रहेंगे. इस बैठक में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य भी हिस्सा लेंगे. सूत्रों का कहना है कि सीपीपी की बैठक संसद के सेंट्रल हॉल में होगी, जिसमें संसद के आगामी सत्र के लिए रणनीति भी तय की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि 17वीं लोकसभा के गठन के बाद अपनी पहली बैठक में कांग्रेस सांसद निचले सदन में अपने नेता का चुनाव भी कर सकते हैं. बीते 25 मई को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद यह पहली आधिकारिक बैठक होगी जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शिरकत करेंगे. कार्यसमिति की बैठक के दौरान राहुल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी. हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति पहले ही उनके इस्तीफे की पेशकश खारिज कर चुकी है और सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर उन्हें पार्टी के हर स्तर पर ढांचागत बदलाव लाने के लिए अधिकृत किया है. बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस बड़े स्तर पर फेरबदल की तैयारी में हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की लेकिन इसे मंजूर नहीं किया गया. उनके साथ कई प्रदेश अध्यक्षों ने इस्तीफे दिए लेकिन उन पर भी कोई फैसला नहीं हो पाया. माना जा रहा है कि कांग्रेस इस बड़ी हार के बाद पार्टी स्तर पर आमूलचूल बदलाव करेगी ताकि लोगों को संकेत दिया जा सके कि देश की सबसे पुरानी पार्टी भी समय-समय पर बड़े बदलाव कर सकती है. कुछ ऐसा ही संकेत पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिया है. सुरजेवाला ने प्रेस रिलीज में कहा, 'कांग्रेस कार्य समिति कांग्रेस (CWC) में फैसले लेने वाली सर्वोच्च संस्था है. यह ऐसा लोकतांत्रिक मंच है, जहां विचार लिए और दिए जाते हैं, नीतियां बनाई जाती हैं और सुधार के लिए जरूरी कार्रवाई की जाती है. इसे लेकर 25 मई की बैठक में CWC ने अपनी बात रख दी थी. कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में हार को एक अवसर के रूप में देखती है ताकि पार्टी के संगठन स्तर पर बड़े बदलाव किए जा सकें. पार्टी ने इस काम के लिए अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया है.'
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