बलिया। तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मोलनापुर में छात्रों के एमडीएम का गर्मागर्म भोजन लकड़ी पर बनाया जा रहा है। जिसके कारण रसोइयों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। जहां प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं की परेशानियों को देखते हुए उज्वला योजना का शुभारंभ बलिया से किया था, वहीं उक्त विद्यालय में लकड़ी पर खाना बनाने से प्रर्यावरण प्रदूषण के अलावा फेफड़ा व आंख को धुआं से रोग ग्रसित होने के लिए खुली चुनौती दी जा रही है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपने रसोइया की पीड़ा अधिकारियों से कहने में असमर्थ हैं अथवा अधिकारी के संज्ञान में नहीं है। उधर सरकार हर घर को धुआं से मुक्त कराने में लगीं है लेकिन यहां के प्रधानाध्यापक व बीईओ सीयर का इस पर कोई विशेष ध्यान नहीं है। सीयर ब्लाक के बार्डर का विद्यालय होने के कारण ध्यान से विचलित हो जा रहा है। विद्यालय की रंगाई पुताई भी मानक के अनुरूप नहीं है। इस संबंध में प्रधानाध्यापक विवेकानंद मौर्य से पूछे जाने पर न तो बोल पाते हैं और न तो कोई अपना समस्या बताते हैं। नामांकित छात्रों की संख्या 40 के सापेक्ष मौके पर 15 से ही संतोष करना पड़ा रहा है। कारण यह है कि न तो अभिवावकों से वार्ता की जाती है और न ही बच्चों को सुचारू रूप से शिक्षा दी जाती है।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






